सिरमौर: करीब 11 हजार 965 फीट की ऊंचाई पर स्थित जिला सिरमौर की सबसे ऊंची चोटी चूड़धार की यात्रा पर शिमला और सिरमौर प्रशासन ने रोक लगा दी है. जिला शिमला के चौपाल और सिरमौर जिला के संगड़ाह उपमंडल के एसडीएम ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं.
अब करीब 5 माह बाद ही चूड़धार मंदिर के कपाट खुलेंगे और शिरगुल महाराज के दर्शन होंगे. उपमंडल चौपाल के एसडीएम एवं चूड़धार मंदिर प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष की ओर से जारी आदेशों में कहा गया है कि खराब मौसम व बर्फबारी के चलते चूड़धार मंदिर 1 दिसंबर 2024 से दर्शनों के लिए बंद किया जा चुका है.
सर्दी के मौसम में लगातार बर्फबारी और ठंड के कारण मंदिर मार्ग जोखिम और खतरे से भरा रहने की संभावनाओं के चलते हर साल की तरह मंदिर के कपाट आगामी अप्रैल माह तक बंद कर दिए गए हैं. एसडीएम चौपाल ने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि मंदिर के कपाट खुलने तक चूड़धार की यात्रा पर ना जाएं. आदेश की अवहेलना करने वाले के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
एसडीएम संगड़ाह के मुताबिक आगामी अप्रैल माह तक मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं. उन्होंने भी श्रद्धालुओं से यात्रा पर ना जाने की अपील की है. गौरतलब है कि हर साल दिसंबर माह में चूड़धार यात्रा पर प्रशासन की ओर से आधिकारिक तौर पर रोक लगा दी जाती है, लेकिन बावजूद इसके कई बार श्रद्धालु चोटी पर पहुंच जाते हैं. ऐसे में कई बार पर्यटकों के लापता होने और जंगल में भटकने जैसी घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं. इसको लेकर प्रशासन कड़ा रूख अख्तियार कर रहा है, ताकि रोक के दौरान पर्यटकों की चूड़धार यात्रा पर रवानगी ना हो.
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