जयपुर: पूरे देश में ईसाई धर्मावलंबी क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मना रहे हैं. क्रिसमस पर जयपुर के भी सभी चर्च रंगीन फर्रियों और बल्बों की रोशनियों से जगमगा रहे हैं. घर-घर क्रिसमस ट्री लगाए गए, तो क्रिसमस केक भी तैयार किए गए. लोगों ने प्रभु यीशु को याद कर एक-दूसरे को केक खिलाकर क्रिसमस की बधाई दी. गिरजाघरों में यीशु के जन्म को दर्शाती हुई झांकियां सजाई गई और विशेष प्रार्थना सभाओं का भी आयोजन किया गया. बाइबिल पाठ के साथ सुख-समृद्धि सहित विश्व में अमन चैन के लिए प्रार्थना की गई. पादरियों ने युवाओं को प्रभु यीशु के संदेशों के आत्मसात करने का आह्वान भी किया.
सेंट एंड्रयूज चर्च के प्रेस्बिटर इंचार्ज अनिल कोटेट ने बताया कि क्रिसमस के त्योहार से जुड़ी कई परंपराएं खास है. प्रभु यीशु के सामने मोमबत्तियां जलाकर लोग उनसे जीवन में प्रकाश की कामना करते हैं. विभिन्न रंगों की मोमबत्तियां जलाने से जीवन में खुशियां और सफलता आती हैं. प्रभु के जन्मोत्सव की खुशी में घंटियां बजाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और उन घंटियों की आवाज से उमंग पैदा होती है. खुशियां बांटने के लिए केक बांटा जाता है. मिठाई के रूप में केक खाने से तनाव और अवसाद खत्म होता है और खुशी मिलती है.
वहीं, एसोसिएट प्रेस्बिटर चंदन चंद्रा ने बताया कि क्रिसमस पर लोगों को उपहार और जरूरतमंदों को कपड़े, मिठाइयां और खाने की चीजें बांटने की भी परम्परा है. प्रभु यीशु संसार में सुख-शांति लेकर आए थे, उनके इन्हीं संदेशों को अपनाते हुए मानव कल्याण की दिशा में काम करना चाहिए. क्रिसमस मनाने के लिए ईसाई धर्म अभिलंबियों के अलावा अन्य धर्म के लोग भी गिरजाघरों में पहुंचे. वहीं, जगह-जगह सांता क्लॉज छोटे बच्चों को उपहार, चॉकलेट बांटटे दिखे. यही नहीं, छोटे बच्चे सांता के वेश में भी नजर आए. इसके साथ ही क्रिसमस के मौके पर गुलाबी नगरी जयपुर के कई बाजार और होटल्स भी सजाए गए.