बस्तर : केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने बेस्ट टूरिज्म विलेज प्रतियोगिता में बस्तर के चित्रकोट और धुड़मारास का चयन किया है. 2024 की इस प्रतियोगिता में बस्तर के धुड़मारास गांव ने एडवेंचर टूरिज्म श्रेणी में और चित्रकोट ने कम्युनिटी बेस्ड टूरिज्म श्रेणी में अव्वल प्रदर्शन किया है. वर्ल्ड टूरिज्म डे के अवसर पर दिल्ली में 27 सितंबर को आयोजित कार्यक्रम में दोनों गांवों के कुल चार प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. उप राष्ट्रपति इस मौके पर प्रमाण पत्र देकर गांव के प्रतिनिधियों को सम्मानित करेंगे. यह उपलब्धि बस्तर के पर्यटन विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है. ये प्रतियोगिता स्थानीय संस्कृति को प्रमोट करने का एक अवसर भी प्रदान करती है.
कहां है चित्रकोट जलप्रपात ? : बस्तर में देश की मिनी नियाग्रा चित्रकोट जलप्रपात है. इस जलप्रपात में बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी दहाड़ती हुई गिरती है. करीब 90 फीट की ऊंचाई से गिरता जलप्रपात देश के साथ ही विदेश के लोगों को भी अपनी ओर आकर्षित करती है. बारिश के दिनों में चित्रकोट की खूबसूरती देखते ही बनती है. जलप्रपात की लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि अब बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग भी जलप्रपात में हो रहा है.
धूड़मारास को भी अवॉर्ड : बस्तर जिले के कांगेर वैली नेशनल पार्क एरिया में धूड़मारास गांव है. इस गांव को स्थानीय आदिवासी लोगों ने बेहतरीन तरीके के सजाया है. एडवेंचर को प्रकृति से जोड़कर आदिवासियों ने प्लानिंग की है. स्थानीय भोजन के साथ ही नदी में बैम्बू राफ्टिंग, कयाकिंग जैसे गतिविधियां कराई जाती है. यही कारण है कि पर्यटक आदिवासी कल्चर के साथ बस्तर को जानने के लिए इस गांव में पहुंचते हैं.