ETV Bharat / state

बांका में फाइलेरिया की दवा खाने से कई बच्चे बीमार, स्कूल प्रबंधन पर फूटा अभिभावकों का गुस्सा - बांका न्यूज

Children Fell Ill In Banka: बांका के सरकारी विद्यालय के कई बच्चे अचानक बीमार हो गए. आनन-फानन में सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इस दौरान बच्चों ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा स्कूल में उन्हें फाइलेरिया की दवा खिलाई गई थी.

बांका में बच्चे बीमार
बांका में बच्चे बीमार
author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 20, 2024, 6:51 AM IST

बांका: बिहार के बांका में बच्चे बीमार हो गए. मामला जिले के अमरपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय गालिमपुर का है, जहां स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बच्चों को फाइलेरिया की दवा खिलाई गई थी. स्कूल से लौटने के बाद दर्जनों बच्चे बीमार हो गए. सभी को आनन-फानन में अभिभावकों ने अस्पताल में भर्ती कराया.

बांका में बच्चे बीमार: मिली जानकारी के अनुसार 22 बच्चे बीमार हो गये. परिजनों ने बताया कि देर शाम उनके बच्चों को सिर दर्द और उल्टियां होने लगी. जिसके बाद एंबुलेंस वाहन के द्वारा सभी बच्चों को उपचार के लिए रेफरल अस्पताल लाया गया. रेफरल अस्पताल में चिकित्सा प्रभारी डॉ रायबहादुर के द्वारा बच्चों का इलाज किया गया.

बच्चों ने बताई दवा खाने की बात: अस्पताल में इलाजरत बच्चों ने बताया कि 'विद्यालय में स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा तीन टैबलेट खिलाया गया था. छुट्टी होने के बाद जब घर गये तो अचानक सिर में तेज दर्द होने के साथ उल्टी होने लगी.' बीमार बच्चों में अंशिका, नीतु, श्वेता, प्रीती, आयुष, पियुष, दिलखुश, दीपक, सुमीत, प्रदुमन, शुभम, आदित्य, प्रिया, मोनी, अमीत, सोनु, रिया, आयुष, सरस्वती, अक्षय, संगीता और कोमल कुमारी शामिल है.

स्कूल प्रबंधन पर फूटा अभिभावकों का गुस्सा: अस्पताल पहुंचे आक्रोशित अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर माता पिता की बिना अनुमति से बच्चों को दवा खिलाने का आरोप लगाया. हालांकि अस्पताल के चिकित्सक ने परिजनों को समझाया और बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर बताई. चिकित्सक ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा डीसी टु एवं एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जा रही है, जिन बच्चों के पेट में कृमी है, उन्हें उल्टी हो जाती है.

"घबराने की कोई बात नहीं है. बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर है. सभी विद्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्र समेत घर-घर पहुंचकर स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा डीसी टु एवं एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जा रही है. दवा खाली पेट नहीं लेनी है. जिस बच्चे के पेट में कृमी है, वैसे बच्चे को दवा खाने के बाद उल्टी हो जाती है. बच्चे कुछ देर के बाद खुद ठीक हो जाते हैं."- डॉ राय बहादुर, चिकित्सा प्रभारी

पढ़ें: छपरा में फाइलेरिया की दवा खाने से 10 बच्चे बीमार, बोले डॉक्टर- 'घबराने की जरूरत नहीं'

बांका: बिहार के बांका में बच्चे बीमार हो गए. मामला जिले के अमरपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय गालिमपुर का है, जहां स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बच्चों को फाइलेरिया की दवा खिलाई गई थी. स्कूल से लौटने के बाद दर्जनों बच्चे बीमार हो गए. सभी को आनन-फानन में अभिभावकों ने अस्पताल में भर्ती कराया.

बांका में बच्चे बीमार: मिली जानकारी के अनुसार 22 बच्चे बीमार हो गये. परिजनों ने बताया कि देर शाम उनके बच्चों को सिर दर्द और उल्टियां होने लगी. जिसके बाद एंबुलेंस वाहन के द्वारा सभी बच्चों को उपचार के लिए रेफरल अस्पताल लाया गया. रेफरल अस्पताल में चिकित्सा प्रभारी डॉ रायबहादुर के द्वारा बच्चों का इलाज किया गया.

बच्चों ने बताई दवा खाने की बात: अस्पताल में इलाजरत बच्चों ने बताया कि 'विद्यालय में स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा तीन टैबलेट खिलाया गया था. छुट्टी होने के बाद जब घर गये तो अचानक सिर में तेज दर्द होने के साथ उल्टी होने लगी.' बीमार बच्चों में अंशिका, नीतु, श्वेता, प्रीती, आयुष, पियुष, दिलखुश, दीपक, सुमीत, प्रदुमन, शुभम, आदित्य, प्रिया, मोनी, अमीत, सोनु, रिया, आयुष, सरस्वती, अक्षय, संगीता और कोमल कुमारी शामिल है.

स्कूल प्रबंधन पर फूटा अभिभावकों का गुस्सा: अस्पताल पहुंचे आक्रोशित अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर माता पिता की बिना अनुमति से बच्चों को दवा खिलाने का आरोप लगाया. हालांकि अस्पताल के चिकित्सक ने परिजनों को समझाया और बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर बताई. चिकित्सक ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा डीसी टु एवं एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जा रही है, जिन बच्चों के पेट में कृमी है, उन्हें उल्टी हो जाती है.

"घबराने की कोई बात नहीं है. बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर है. सभी विद्यालय, आंगनबाड़ी केन्द्र समेत घर-घर पहुंचकर स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा डीसी टु एवं एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जा रही है. दवा खाली पेट नहीं लेनी है. जिस बच्चे के पेट में कृमी है, वैसे बच्चे को दवा खाने के बाद उल्टी हो जाती है. बच्चे कुछ देर के बाद खुद ठीक हो जाते हैं."- डॉ राय बहादुर, चिकित्सा प्रभारी

पढ़ें: छपरा में फाइलेरिया की दवा खाने से 10 बच्चे बीमार, बोले डॉक्टर- 'घबराने की जरूरत नहीं'

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.