नई दिल्ली: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर के 'राउज आईएएस स्टडी सर्कल' के बेसमेंट में अचानक आई बाढ़ में तीन छात्रों की मौत को लेकर राजनीति गरमायी हुई है. दिल्ली की राजस्व मंत्री आतिशी की तरफ से आरोप लगाए गए कि दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने तय 24 घंटे की समयसीमा के भीतर रिपोर्ट सबमिट नहीं की गई. अब मामला सामने आया है कि दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार की ओर से देर रात सोमवार को राजस्व मंत्री आतिशी को इस हादसे से संबंधित अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी गई है. चीफ सेक्रेटरी की तरफ से मंत्री को सौंपी गई जांच रिपोर्ट में दिल्ली के ड्रेनेज सिस्टम और नालों की डिसिल्टिंग को लेकर भी सिलसिलेवार तरीके से अवगत कराया गया है.
मंत्री के आरोपों पर पलटवार करते हुए चीफ सेक्रेटरी ने साफ किया है कि इस हादसे में मजिस्ट्रेट जांच कराने के आदेश को लेकर तुंरत कार्रवाई की गई थी. राजस्व विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (जोकि मंडलायुक्त भी हैं) की तरफ से तुरंत सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट/चेयरमैन, दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को इस मामले में जांच करने के आदेश दिए गए. डीएम सेंट्रल जिला को 29 जुलाई, 2024 को शाम 5 बजे तक अपनी रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए थे.
सेंट्रल जिला मजिस्ट्रेट को जांच का जिम्मा
जिला मजिस्ट्रेट को तीन खास प्वाइंट पर जांच करने को निर्देशित किया गया था, जिसमें ओल्ड राजेंद्र नगर के कोचिंग सेंटर में वाटरलॉगिंग के कारण का पता लगाना प्रमुख रूप से शामिल था. दूसरा प्वाइंट घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्ति की जिम्मेदारी तय करना और तीसरा भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसको लेकर उठाये जाने वाले रोकथाम कदमों के सुझाव आदि देना प्रमुख रूप से शामिल था. इस पर 29 जुलाई को शाम 5 बजे तक रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए थे.
हादसे वाली सड़क एमसीडी के अधीन
चीफ सेक्रेटरी ने अपने नोट में जिक्र किया है कि एडिशनल चीफ सेक्रेटरी की तरफ से जिला मजिस्ट्रेट (सेंट्रल) की ओर से तय समय में हादसे की जांच पर अपनी अंतरिम रिपोर्ट सौंप दी है. इसको कई अनेक्चर में विभाजित किया गया है. सीएस ने नोट में इस बात का भी हवाला दिया है कि इस जांच के दौरान यह पता चला कि यह रोड दिल्ली नगर निगम से जुड़ी है. इसलिए एमसीडी से भी इस मामले पर रिपोर्ट तलब की गई.
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एमसीडी अफसरों पर हुई कार्रवाई से कराया अवगत
इस दौरान सूचित किया गया कि करोल बाग जोन के असिस्टेंट इंजीनियर (एम-1) को सस्पेंड कर दिया गया, जिसके पास ड्रेनेज सिस्टम को मेंटेनेंस करने की जिम्मेदारी थी. उसको तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया. इसके अलावा करोल बाग जोन के ही एक अन्य अधिकारी जूनियर इंजीनियर (एम-1) को तत्काल प्रभाव से टर्मिनेट कर दिया गया. वहीं, जोन के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (एम-1) को नोटिस देकर इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा गया है.
घटना को लेकर आएगी डिटेल्ड रिपोर्ट
मुख्य सचिव ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सेंट्रल जिला मजिस्ट्रेट की ओर से इस घटना को लेकर एक डिटेल्ड रिपोर्ट भी सौंपी जाएगी. साथ ही सरकार को दिल्ली के छोटे-बड़े नालों की साफ सफाई को लेकर की गई कार्रवाई से भी अवगत कराया है. गौरतलब है कि राऊ आईएएस स्टडी सर्कल की बिल्डिंग के बेसमेंट में 27 जुलाई शाम को अचानक पानी भरने की वजह से तीन आईएएस अभ्यर्थियों की दर्दनाक मौत हो गई थी. मृतकों में एक उत्तर प्रदेश की श्रेया यादव, तेलंगाना की तान्या सोनी और केरल के नेविन डाल्विन शामिल हैं.
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