गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को गोरखपुर में रेनबो दिव्यांग फेस्टिवल (Rainbow Divyang Festival in Gorakhpur) में, दिव्यांगों की प्रतिभा को देखकर न सिर्फ आनंदित हुए, बल्कि उनके इस कौशल को और बढ़ाए जाने के लिए हर संभव सरकार के स्तर से मदद देने की घोषणा भी की. इस दौरान उन्हें अली नाम के एक मुस्लिम युवक ने रामचरितमानस का पाठ करके जब सुनाया, तो सीएम योगी के आनंद का ठिकाना नहीं रहा.
उन्होंने उसके गायन पर ताली बजाई. उसके पीठ पर हाथ रखकर उसका हौसला भी बढ़ाया. यही नहीं इस कार्यक्रम में ऐसे ही दिव्यांगों की एक टीम रामचरितमानस का बेहतरीन गायन कर रही थी. जिसे देखकर कोई भी वहां कुछ देर खड़े होकर उसका आनंद लेना चाह रहा था. इस प्रोग्राम में दिव्यंगता के हर वर्ग के लोगों का हुनर देखने को मिला. महिला, युवतियों के द्वारा क्राफ्ट, फूड कोर्ट, पेंटिंग, गायन, वादन की एक से एक अनूठी प्रस्तुति से, मुख्यमंत्री आनंदित हो गए. उन्होंने कहा कि वह प्रदेश के सभी प्रशासन को निर्देशित करते हैं कि सभी दिव्यांगजनों का हर हाल में राशन कार्ड बने.
प्रत्येक परिवार को मुख्यमंत्री आवास योजना से लाभान्वित किया जाए. उन्होंने कहा कि ऐसे तमाम उदाहरण हैं जो आज भी हमें प्रेरणा देते हैं. चाहे वह अष्टावक्र हों या रामचरितमानस के कथावाचक रामभद्राचार्य हों, या फिर इस आयोजन में बेहतरीन गायन की प्रस्तुति देने वाले नेत्रहीन दिव्यांग बच्चे. उन्होंने सांसद रवि किशन के साथ इन बच्चों के गायन का तालमेल को जोड़कर, आयोजन में हंसी का माहौल भी पैदा किया. इस दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकार दिव्यांग बच्चों के लिए लगातार बेहतरीन का प्रयास किया जा रहा है. तीन दिनों तक चलाने वाले इस कार्यक्रम की पूरी रूपरेखा मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान पेश किया.
वहीं मंच से दिव्यांग होने के बाद खेल, गायन से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों और खिलाड़ियों को उन्होंने सम्मानित भी किया. इसमें कौन बनेगा करोड़पति के मंच पर एक करोड़ रुपये का पुरस्कार जीतने वाली 'हिमानी बुंदेला' को योगी ने जहां सम्मानित किया. साथ ही डेफ ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली आदित्या यादव भी सीएम के हाथों सम्मानित हुईं. ऐसे ही सम्मान पाने वालों की एक लंबी कतार थी, जिन्हें मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि इनके अंदर ईश्वर की दी हुई अद्भुत शक्ति है. परिवार, समाज को और सरकार को मिलकर इन्हें संभालने और सपोर्ट देने की आवश्यकता है. फिर इनका जो परिणाम सामने आएगा वह सभी के लिए प्रेरणा का विषय बनेगा. इस दौरान हिमानी बुंदेला ने कहा कि मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित होकर निश्चित रूप से हमें बड़ी ताकत मिली है. हम चाहते हैं कि हर अभिभावक अपने दिव्यांग बच्चों को पूरी तरह से मदद करें. तो एक न एक दिन वह बहुत अच्छा परिणाम देंगे. वह भी अपने अभिभावक के सपोर्ट से, कौन बनेगा करोड़पति जैसे मंच से एक करोड़ रुपये जीतने में कामयाब हुई थीं.
दिव्यांग रेनबो फेस्टिवल में शारीरिक रूप से अक्षम, चलने फिरने में समर्थ नहीं होने पर फिर भी, क्राफ्ट और हैंडीक्राफ्ट के क्षेत्र में अद्भुत मुकाम हासिल करने वाली, सुमन-प्रियंका भी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनीं. पीजीएसएस समूह के द्वारा यह अपने उत्पाद को देश स्तर पर फैलाकर नाम के साथ दाम कमा रही हैं. इनके साथ 45 महिलाओं की टीम जुड़ चुकी है. देश में जहां कहीं भी ऐसे आयोजन होते हैं इन्हें बुलाया जाता है.
सरकार भी इन्हें प्रमोट करने और आगे बढ़ाने में मदद करती है. इन लोगों ने कहा कि अपने इस कार्य से उनके अंदर हौसला और उत्साह लगातार बढ़ता है. आमदनी इन्हें ताकत देती है. इसलिए इनके साथ महिलाओं का एक बड़ा समूह आज काम कर रहा है, जो क्राफ्ट, हैंडीक्राफ्ट के अलावा अगरबत्ती, मिलेट्स जैसे खाद्यान्न और अन्य उत्पादों को भी तैयार करने में जुटा हुआ है.
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