PM FASAL BEEMA YOJANA 2024: प्राकृतिक आपदा जैसे- बाढ़, सूखा, ओलवृष्टि और आंधी-तुफान से नुकसान फसलों के लिए किसान भाईयों को अब चिंतित होने की जरूरत नहीं है. सरकार 'प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना' के तहत किसानों की फसलों का बीमा करा रही है. जिन किसान भाइयों की फसल का बीमा रहेगा उनको किसी भी प्रकार के प्राकृतिक आपदा से उनकी फसल के नुकसान होने पर सरकार मुआवजा देगी. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा कराने की अंतिम तारिख 31 जुलाई है. इसलिए किसान भाईयों को जल्द से जल्द अपनी फसल का बीमा करा लेना चाहिए. हम आपको इस आर्टिकल में बीमे से जुड़ी सारी जानकारी बताएंगे.
31 जुलाई तक कराएं बीमा, इतना आएगा प्रीमियम
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना पूरे देश के किसानों के लिए है. बीमे के बारे में जानकारी देते हुए छिन्दवाड़ा के कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह ने बताया कि, 'प्रकाशित अधिसूचना के अनुसार जिले के ऋणी/अऋणी किसान 2024 की खरीफ फसल के लिए बीमा 31 जुलाई तक करा सकते हैं.' उन्होंने बताया कि, खरीफ मौसम 2024 के लिए सरकार की सूची में शामिल फसल सिंचित धान की बीमा रााशि 36 हजार 8 सौ रुपये पर प्रति हेक्टेयर के लिए प्रीमियम राशि 736 रुपये प्रति हेक्टेयर मिलेगी. असिंचित धान फसल की बीमा राशि 22 हजार पांच सौ रुपये प्रति हेक्टेयर के लिए, प्रीमियम राशि 450 रुपये प्रति हेक्टेयर रहेगी. वहीं सोयाबीन की बीमा राशि 31 हजार छ: सौ रुपये प्रति हेक्टेयर के लिए प्रीमियम राशि 632 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से किसान भाइयों को मिलेगी.
मक्का और बाजरा के लिए यह राशि निर्धारित
खरीफ मौसम की सबसे महत्वपूर्ण फसलों में से एक मक्का की बीमा राशि 36 हजार सात सौ रुपये प्रति हेक्टेयर के लिए प्रीमियम राशि 734 रुपये प्रति हेक्टेयर मिलेगी. बाजरा की बीमा राशि 18 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की के लिए प्रीमियम राशि 360 रुपये रहेगी. तुअर की बीमा राशि 42 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर के लिए 840 रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से बीमा होगा. ज्वार की बीमा राशि 30 हजार सौ रुपये प्रति हेक्टेयर के लिए प्रीमियम राशि 602 रुपये प्रति हेक्टेयर रहेगी. कोदो-कुटकी की बीमा राशि 15 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर के लिए प्रीमियम राशि 300 रुपये प्रति हेक्टेयर का बीमा होगा. मुंगफली की बीमा राशि 39 हजार दो सौ रुपये प्रति हेक्टेयर के लिए प्रिमियम राशि 784 रुपये किसान भाइयों के लिए तय की गई है.
तिल की बीमा राशि 29 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर के लिये प्रीमियम राशि 580 रुपये प्रति हेक्टेयर होगी. कपास की बीमा राशि 46 हजार चार सौ रुपये प्रति हेक्टेयर के लिए प्रीमियम राशि 1856 रुपये प्रति हेक्टेयर रहेगी. मूंग की बीमा राशि 28 हजार सौ रुपये प्रति हेक्टेयर के लिये प्रीमियम राशि 562 रुपये प्रति हेक्टेयर मिलेगी. साथ ही उड़द की बीमा राशि 24 हजार तीन सौ रुपये प्रति हेक्टेयर के लिये प्रीमियम राशि 486 रुपये प्रति हेक्टेयर निर्धारित की गई है.
किसान कहां करा सकते हैं बीमा
किसान अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) में जाकर सरकार द्वारा तय दस्तावेजों के साथ फसल बीमा करा सकते हैं. कलेक्टर ने जिला प्रबंधक कॉमन सर्विस सेंटर और कॉमन सर्विस सेंटर के सभी संचालकों को खरीफ फसल 2024 के लिये ज्यादा से ज्यादा अऋणी किसानों तक इस योजना की जानकारी देकर उनका बीमा करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा उन्होंने बीमा कराने की हर दिन की कम्पाईल रिपोर्ट उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास छिन्दवाड़ा के ई-मेल ddagrichi@mp.gov.in पर भेजने करने के भी निर्देश दिये हैं.
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बीमा कराने के लिए इन दस्तावेजों के होगी जरूरत
किसान भाई सरकार द्वारा फसल बीमा की सूची में शामिल फसलों में से किसी भी फसल के लिए बीमा करा सकते हैं. बीमा कराने के लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, भू-अधिकार पुस्तिका और मोबाइल नंबर होना आवश्यक है. जिन किसानों ने अपनी जमीन के एवज में लोन लिया है या फिर सेवा सहकारी समितियों से उधार में खाद, बीज या अन्य कृषि सामग्री खरीदी है उनका फसल बीमा संस्था के द्वारा कर दिया जाता है. लेकिन जिन किसानों ने किसी तरीके का अपनी जमीन पर लोन नहीं लिया है उनके लिए फसल बीमा कराने के अंतिम तिथि 31 जुलाई है.