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शादी के कार्ड में छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया वाला अंदाज, भाषा को अलग पहचान देने की चाहत - Chhattisgarhiya Wedding Card

जांजगीर चांपा के राम गोपाल की शादी का कार्ड इन दिनों चर्चा में है. रामगोपाल साहू ने अपनी शादी का कार्ड छत्तीसगढ़िया भाषा में छपवाया है. शादी के कार्ड की हर कोई चर्चा कर रहा है.

Janjgir Champa Ram gopal Sahu wedding
राम गोपाल की शादी का कार्ड चर्चा में
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Apr 29, 2024, 8:10 PM IST

जांजगीर चांपा: शादी का सीजन चल रहा है. इस बीच लोग अपनी शादी में खास तरीके के कार्ड छपवा रहे हैं. वहीं, जांजगीर चापां के एक शख्स ने छत्तीसगढ़ी परंपरा को बढ़ावा देते हुए छत्तीसगढ़ी भाषा में अपनी शादी का कार्ड छपवाया. इस कार्ड की पूरे क्षेत्र में चर्चा है. वहीं, कई लोग शख्स की इस खास पहल की सराहना कर रहे हैं.

रामगोपाल के शादी के कार्ड की चर्चा: दरअसल, हम बात कर रहे हैं जांजगीर चांपा के बिर्रा क्षेत्र के तालदेवरी गांव के रहने वाले राम गोपाल साहू की. राम गोपाल ने अपने शादी को यादगार बनाने के लिए शादी के कार्ड को छत्तीसगढ़ी भाषा में छपवाया है. छत्तीसगढ़ी भाषा में छपे इस शादी कार्ड की क्षेत्र में चर्चा हो रही है. इस शादी कार्ड को छपवाने के अनूठी पहल की पूरे गांव में चर्चा हो रही है.

छत्तीसगढ़ी भाषा को बढ़ावा देने के लिए छपवाया कार्ड: 28 अप्रैल को तालदेवरी निवासी राम गोपाल साहू की शादी संपन्न हो गई. राम गोपाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, "शादियों का सीजन चल रहा है. लोग अपने प्रिय जनों के विवाह की तैयारी में लगे हुए हैं. शादी में कई चीजों की तैयारी करनी पड़ती है. शादी में छपने वाला कार्ड भी बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि शादी कार्ड ही पहली चीज है, जो लोगों का जुड़ाव महसूस कराती है. छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण का 23 साल से ज्यादा का समय हो गया है. इसके बावजूद आज भी शहरी क्षेत्र में छत्तीसगढ़ी भाषा केवल घरों तक सीमित है. सार्वजनिक जगह में इसका उपयोग नहीं हो रहा है. बहुत से लोग आज भी छत्तीसगढ़ी में बात करना पसंद नहीं करते. सार्वजनिक स्थान में छत्तीसगढ़ी भाषा में बात करने से शर्माते हैं, इसलिए छत्तीसगढ़ी भाषा को लेकर लोगों को प्रेरित करने के लिए यह प्रयास किया गया है."

जानिए क्या लिखा है कार्ड में ?: शादी कार्ड की शुरुआत श्री गणेश के साथ होती है. हिंदी में आपने पढ़ा होगा "प्रथम निमंत्रण आपको गौरी पुत्र गणेश, रिद्धि-सिद्धि सहित पधारो ब्रह्मा विष्णु महेश". इसके बदले कार्ड में लिखा है, " पहली नेवता आप मन ला, गउरी पुत्र गणेश रिद्धि-सिद्धि ला संग मा लाहू, सिरी ब्रह्मा विष्णु महेश." इसके साथ ही इस छत्तीसगढ़ी शादी कार्ड में लिखा है कि मोर मयारू, हमर कुल देवता अउ पुरखा मन के असीस से हमर अंगना मा परदेसी मया बधाय बर, उछाह मंगल के सुघर कारज मड़ाय हावन, जेमा हिरदे के गुरतूर भाव ले ताहू ला नेवता नेवतन जेमा. हमर छत्तीसगढ़ी में दूल्हा और दुल्हन के नाम के आगे दुलरवा बाबू और दुलउरीन नोनी, लिखा हुआ है.

बता दें कि इस कार्ड के जरिए छत्तीसगढ़ी भाषा को बढ़ावा देने की खास पहल की हर कोई सराहना कर रहा है. पूरे क्षेत्र में इस शादी के कार्ड की चर्चा है.

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रामगोपाल के शादी के कार्ड की चर्चा: दरअसल, हम बात कर रहे हैं जांजगीर चांपा के बिर्रा क्षेत्र के तालदेवरी गांव के रहने वाले राम गोपाल साहू की. राम गोपाल ने अपने शादी को यादगार बनाने के लिए शादी के कार्ड को छत्तीसगढ़ी भाषा में छपवाया है. छत्तीसगढ़ी भाषा में छपे इस शादी कार्ड की क्षेत्र में चर्चा हो रही है. इस शादी कार्ड को छपवाने के अनूठी पहल की पूरे गांव में चर्चा हो रही है.

छत्तीसगढ़ी भाषा को बढ़ावा देने के लिए छपवाया कार्ड: 28 अप्रैल को तालदेवरी निवासी राम गोपाल साहू की शादी संपन्न हो गई. राम गोपाल ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, "शादियों का सीजन चल रहा है. लोग अपने प्रिय जनों के विवाह की तैयारी में लगे हुए हैं. शादी में कई चीजों की तैयारी करनी पड़ती है. शादी में छपने वाला कार्ड भी बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि शादी कार्ड ही पहली चीज है, जो लोगों का जुड़ाव महसूस कराती है. छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण का 23 साल से ज्यादा का समय हो गया है. इसके बावजूद आज भी शहरी क्षेत्र में छत्तीसगढ़ी भाषा केवल घरों तक सीमित है. सार्वजनिक जगह में इसका उपयोग नहीं हो रहा है. बहुत से लोग आज भी छत्तीसगढ़ी में बात करना पसंद नहीं करते. सार्वजनिक स्थान में छत्तीसगढ़ी भाषा में बात करने से शर्माते हैं, इसलिए छत्तीसगढ़ी भाषा को लेकर लोगों को प्रेरित करने के लिए यह प्रयास किया गया है."

जानिए क्या लिखा है कार्ड में ?: शादी कार्ड की शुरुआत श्री गणेश के साथ होती है. हिंदी में आपने पढ़ा होगा "प्रथम निमंत्रण आपको गौरी पुत्र गणेश, रिद्धि-सिद्धि सहित पधारो ब्रह्मा विष्णु महेश". इसके बदले कार्ड में लिखा है, " पहली नेवता आप मन ला, गउरी पुत्र गणेश रिद्धि-सिद्धि ला संग मा लाहू, सिरी ब्रह्मा विष्णु महेश." इसके साथ ही इस छत्तीसगढ़ी शादी कार्ड में लिखा है कि मोर मयारू, हमर कुल देवता अउ पुरखा मन के असीस से हमर अंगना मा परदेसी मया बधाय बर, उछाह मंगल के सुघर कारज मड़ाय हावन, जेमा हिरदे के गुरतूर भाव ले ताहू ला नेवता नेवतन जेमा. हमर छत्तीसगढ़ी में दूल्हा और दुल्हन के नाम के आगे दुलरवा बाबू और दुलउरीन नोनी, लिखा हुआ है.

बता दें कि इस कार्ड के जरिए छत्तीसगढ़ी भाषा को बढ़ावा देने की खास पहल की हर कोई सराहना कर रहा है. पूरे क्षेत्र में इस शादी के कार्ड की चर्चा है.

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