रायपुर: लोकसभा चुनाव को लेकर हर राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में जुट चुकी है. नेता आम लोगों के बीच जाकर वोट की अपील कर रहे हैं. इस बीच सोशल मीडिया के माध्यम से भी सियासी दल आम लोगों से संपर्क साध रहे हैं. छत्तीसगढ़ में भाजपा और कांग्रेस, सोशल मीडिया के माध्यम से चुनाव प्रचार कर रहे हैं. साथ ही एक दूसरे पर भ्रामक जानकारी देने का आरोप भी लगा रहे हैं. दोनों पार्टी निर्वाचन आयोग में एक दूसरे की शिकायत भी कर चुके हैं. यानी कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और भाजपा का सोशल मीडिया पर पोस्टर वार छिड़ा हुआ है.
युवा वोटर्स पर फोकस: दरअसल, चुनाव से पहले बीजेपी और कांग्रेस सोशल मीडिया के माध्यम युवा मतदाताओं को अपने पाले में लेने का प्रयास कर रही है. युवा वर्ग अधिकतर सोशल मीडिया पर ही एक्टिव रहते हैं. यही कारण है कि युवाओं का वोट अपने पाले में करने के लिए सियासी दलों का पूरा फोकस सोशल मीडिया पर है. ये सियासी दल सोशल मीडिया पर मतदाताओं को अपने पाले में लेने के लिए पोस्टरवार शुरू कर चुके हैं. अलग-अलग पोस्टर और कार्टून जारी कर जनप्रतिनिधि अपनी बात मतदाताओं तक पहुंचा रहे हैं. साथ ही पोस्टरों के जरिए ये नेता एक दूसरे पर टिप्पणी भी कर रहे हैं. इतना ही नहीं निर्वाचन आयोग से ये दोनों दल एक दूसरे की शिकायत भी कर चुके हैं. दोनों दल एक दूसरे पर भ्रामक जानकारी देने का आरोप लगा रही है.
कांग्रेस का बीजेपी पर प्रहार: इस बारे में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लोकसभा चुनाव वाररूम अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने ईटीवी भारत से बातचीत की. उन्होंने कहा कि, "भाजपा की ओर से प्रचार वीडियो में धर्म, जाति, संप्रदाय के आधार पर नफरत फैलाने की कोशिश की जा रही है. इसकी शिकायत हमने निर्वाचन आयोग में की है. चुनाव शुरू होने से पहले ही भाजपा नफरत फैलाने का काम कर रही है. छत्तीसगढ़ की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी. निर्वाचन आयोग से कड़ी कार्रवाई करने की मांग हमने की है."
बीजेपी ने किया पलटवार: कांग्रेस के आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया. बीजेपी भाजपा मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि, "धर्म के आधार पर देश के टुकड़े करके पाकिस्तान बनाने वाली कांग्रेस, धार्मिक भेदभाव की बात ना ही करे तो बेहतर है. इस बात का मंथन तो कांग्रेस को करना चाहिए. कांग्रेस के नेता मंच पर खड़े होकर कहते हैं कि मुख्यमंत्री स्वयं 5 साल तक लोगों से नहीं मिले. बाहरी व्यक्ति को चुनाव न लड़ाया जाए. भूपेश बघेल के 5 साल के कुशासन से जनता ही नहीं, उनके कार्यकर्ता भी त्रस्त होकर इस तरह की बयान बाजी कर रहे हैं."
दोनों प्रमुख सियासी दल एक दूसरे को सोशल मीडिया पर पोस्टरों के माध्यम से घेर रहे हैं. साथ ही जनता से वोट की अपील भी कर रहे हैं. इस बीच कांग्रेस के अंतर्कलह पर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर है. वहीं, कांग्रेस भी बीजेपी पर धर्म की राजनीति का आरोप लगा रही है.