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बीजापुर मुठभेड़ पर नक्सलियों के दावे को छत्तीसगढ़ पुलिस ने किया खारिज - Bijapur encounter - BIJAPUR ENCOUNTER

Chhattisgarh Police Reject Naxalites Claim बीजापुर मुठभेड़ को फर्जी बताने वाले नक्सलियों के दावों को बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि गांव वालों के बीच सुरक्षाबलों की विश्वसनीयता कम करने नक्सली अक्सर ऐसे दावे करते हैं.

BIJAPUR ENCOUNTER
Chhattisgarh Police Reject Naxalites Claim
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Mar 30, 2024, 7:47 AM IST

बीजापुर: छत्तीसगढ़ पुलिस ने बीजापुर मुठभेड़ पर नक्सलियों के दावों को खारिज कर दिया है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि सुरक्षा बलों की विश्वसनीयता को कम करने नक्सली इस तरह के दावे ग्रामीणों के बीच करते हैं.

कहां और कब हुई मुठभेड़: 26 मार्च को बासागुड़ा थाना अंतर्गत तालपेरू नदी के किनारे चिपुरभट्टी के जंगल में पुलिस को बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली. 27 मार्च को डीआरजी बासागुड़ा, कोबरा 210, 205 सीआरपीएफ 168, 229 बटालियन की संयुक्त टीम मौके के लिए निकली. जहां जवानों और नक्सलियों की मुठभेड़ हुई. इस दौरान जवानों ने कई नक्सलियों के एनकाउंटर का दावा किया. मुठभेड़ खत्म होने के बाद सर्चिंग में जवानों को 6 नक्सलियों के शव मिले. जिनमें 2 महिला और चार पुरुष नक्सली थे. सर्चिंग में जवानों को भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी मिला.

बीजापुर मुठभेड़ पर नक्सलियों का दावा: पुलिस के 6 नक्सलियों के मारे जाने के दावे पर नक्सलियों ने अपनी प्रतिक्रिया जारी की. नक्सलियों ने बीजापुर मुठभेड़ को फर्जी बताया और पुलिस पर 6 निर्दोष लोगों को पकड़कर मार डालने का आरोप लगाया. माओवादियों की दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव गंगा के हवाले से एक कथित बयान में आरोप लगाया गया कि उनके दो कैडरों और चार ग्रामीणों को मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने हिरासत में लिया, पूछताछ की और बाद में मार डाला, उन्होंने दावा किया कि मुठभेड़ फर्जी थी.

बस्तर आईजी ने नक्सलियों के दावों को किया खारिज: नक्सलियों के दावे को बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने खारिज करते हुए कहा कि "सुरक्षा बलों की विश्वसनीयता को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों के खिलाफ आरोप लगाना नक्सलियों की विशिष्ट कार्यप्रणाली है. सुंदरराज पी ने इस बात पर जोर दिया कि नक्सली अक्सर अपने हिंसक कृत्यों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे दावों का सहारा लेते हैं."

मुठभेड़ में मारे गए नक्सली: मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियों की पहचान पूनेम नागेश निवासी चिपुरभटटी,प्लाटून नम्बर 10 डिप्टी कमांडर, 5 लाख रुपये का इनाम, कोवासी गंगी, 27 वर्ष निवासी - बोड़ागुड़ा थाना एर्राबोर जिला सुकमा, एरिया सीएनएम अध्यक्ष, जगरगुण्डा एरिया कमेटी. इनाम 5 लाख, आयतू पूनेम, 28 वर्ष निवासी चिपुरभटटी, प्लाटून नम्बर 10 सदस्य, 2 लाख का इनाम,वेटटी सोनी, उम्र 30 वर्ष, निवासी गुण्डम छिटिमपारा थाना तर्रेम, प्लाटून नम्बर 10 सदस्य, 2 लाख का इनाम, सुक्का ओयाम ऊर्फ विकास उम्र 40 वर्ष निवासी टेकलगुड़ा, स्मॉल एक्शन टीम कमांडर, नुप्पो मोका उम्र 30 वर्ष निवासी पटेलपारा नरसापुर, पदनाम मिलिशिया सेक्शन कमांडर के रूप में किया गया.

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बस्तर लोकसभा सीट पर महिलाएं हो सकती हैं गेम चेंजर, वोटिंग प्रतिशत और चुनावी आंकड़ों से समझिए समीकरण - LOK SABHA ELECTION 2024
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बीजापुर: छत्तीसगढ़ पुलिस ने बीजापुर मुठभेड़ पर नक्सलियों के दावों को खारिज कर दिया है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि सुरक्षा बलों की विश्वसनीयता को कम करने नक्सली इस तरह के दावे ग्रामीणों के बीच करते हैं.

कहां और कब हुई मुठभेड़: 26 मार्च को बासागुड़ा थाना अंतर्गत तालपेरू नदी के किनारे चिपुरभट्टी के जंगल में पुलिस को बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली. 27 मार्च को डीआरजी बासागुड़ा, कोबरा 210, 205 सीआरपीएफ 168, 229 बटालियन की संयुक्त टीम मौके के लिए निकली. जहां जवानों और नक्सलियों की मुठभेड़ हुई. इस दौरान जवानों ने कई नक्सलियों के एनकाउंटर का दावा किया. मुठभेड़ खत्म होने के बाद सर्चिंग में जवानों को 6 नक्सलियों के शव मिले. जिनमें 2 महिला और चार पुरुष नक्सली थे. सर्चिंग में जवानों को भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद भी मिला.

बीजापुर मुठभेड़ पर नक्सलियों का दावा: पुलिस के 6 नक्सलियों के मारे जाने के दावे पर नक्सलियों ने अपनी प्रतिक्रिया जारी की. नक्सलियों ने बीजापुर मुठभेड़ को फर्जी बताया और पुलिस पर 6 निर्दोष लोगों को पकड़कर मार डालने का आरोप लगाया. माओवादियों की दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी के सचिव गंगा के हवाले से एक कथित बयान में आरोप लगाया गया कि उनके दो कैडरों और चार ग्रामीणों को मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने हिरासत में लिया, पूछताछ की और बाद में मार डाला, उन्होंने दावा किया कि मुठभेड़ फर्जी थी.

बस्तर आईजी ने नक्सलियों के दावों को किया खारिज: नक्सलियों के दावे को बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने खारिज करते हुए कहा कि "सुरक्षा बलों की विश्वसनीयता को खत्म करने के लिए सुरक्षा बलों के खिलाफ आरोप लगाना नक्सलियों की विशिष्ट कार्यप्रणाली है. सुंदरराज पी ने इस बात पर जोर दिया कि नक्सली अक्सर अपने हिंसक कृत्यों से ध्यान भटकाने के लिए ऐसे दावों का सहारा लेते हैं."

मुठभेड़ में मारे गए नक्सली: मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियों की पहचान पूनेम नागेश निवासी चिपुरभटटी,प्लाटून नम्बर 10 डिप्टी कमांडर, 5 लाख रुपये का इनाम, कोवासी गंगी, 27 वर्ष निवासी - बोड़ागुड़ा थाना एर्राबोर जिला सुकमा, एरिया सीएनएम अध्यक्ष, जगरगुण्डा एरिया कमेटी. इनाम 5 लाख, आयतू पूनेम, 28 वर्ष निवासी चिपुरभटटी, प्लाटून नम्बर 10 सदस्य, 2 लाख का इनाम,वेटटी सोनी, उम्र 30 वर्ष, निवासी गुण्डम छिटिमपारा थाना तर्रेम, प्लाटून नम्बर 10 सदस्य, 2 लाख का इनाम, सुक्का ओयाम ऊर्फ विकास उम्र 40 वर्ष निवासी टेकलगुड़ा, स्मॉल एक्शन टीम कमांडर, नुप्पो मोका उम्र 30 वर्ष निवासी पटेलपारा नरसापुर, पदनाम मिलिशिया सेक्शन कमांडर के रूप में किया गया.

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