दंतेवाड़ा : दंतेवाड़ा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने तीन सूत्रीय मांगों को लेकर मोर्चा खोला है. स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मांगें पूरी नहीं होने पर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरु किया है. स्वास्थ्यकर्मियों ने आवाराभाटा दुर्गा मंच में 22 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया. कर्मचारियों का कहना है कि लंबे समय से तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन करते आ रहे हैं. लेकिन मांगें नहीं मानी गईं.लेकिन अब जब नई सरकार का गठन हुआ है तो एक बार फिर से मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है.
जिले के दूसरे ब्लॉक में की गई पोस्टिंग : महिला कर्मचारी आशा ने बताया कि हमारी पोस्टिंग जिले के दूसरे ब्लॉक में की गई है. जिसके कारण हमें कई प्रकार की परेशानी होती है. हमने उच्च अधिकारियों को कई बार अवगत कराया. लेकिन स्थिति अब तक नहीं सुधर पाई है. जिसे लेकर आज हम धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं कर्मचारी अंजू ने बताया कि पिछले 15 माह से वेतन भी समय पर नहीं मिल पा रहा है. जिसके कारण बहुत से कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
''समय पर घर किराया नहीं दे पा रहे हैं और भी बहुत सी समस्या खड़ी हुई है. सभी महिला कर्मचारी कहीं ना कहीं अपना घर छोड़ किराए के क्वार्टर में रहती हैं. हम सरकार और विभाग से निवेदन करते हैं कि हमें समय पर भुगतान किया जाए.''- अंजू, कर्मचारी
क्या हैं स्वास्थ्यकर्मियों की लंबित मांगें :
1. सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियो का लंबित कार्य आधारित वेतन PLP का भुगतान माह मई 2024 तक का पूरा किया जाए.अगामी माह से नियमानुसार प्रत्येक माह के 15 तारीख के भीतर भुगतान करना सुनिश्चित किया जाए.
2. महिला सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए उनके गृह जिले में स्थानांतरण देने हेतु छूट मिले. मुख्यालय निवास का दायरा मुख्यालय से 8 किलोमीटर की परिधि में निवास करने हेतु छूट दिया जाए.
3. पवन कुमार वर्मा, जिला संयोजक कांकेर की सेवा समाप्ति के आदेश को तत्काल निरस्त कर सेवा में बहाल करते हुए दोषी अधिकारियों के ऊपर नियमानुसार कार्रवाई की जाए.
स्वास्थ्यकर्मियों ने सरकार से अपील की है कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा. इस दौरान कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जाटों ने बताया कि जिले के समस्त महिला कर्मचारी जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में कार्यरत है. जिनकी पोस्टिंग 8 किलोमीटर के दायरे में की जानी है. लेकिन बहुत से कर्मचारी ऐसे हैं जिनकी पोस्ट उनके निवास स्थल से बाहर की गई है. जिसके कारण इन महिला कर्मचारियों को बहुत सी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. जिन्हें 8 किलोमीटर के दायरे में पोस्टिंग दी जाए. जिससे इन महिलाओं को विषम परिस्थिति में अपना कार्य ना करना पड़े.