रायपुर: छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव पर जांच एजेंसियों के साथ सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया. साव ने कहा-"देवेंद्र यादव एक तरफ संविधान लेकर चलेंगे और दूसरी तरफ जांच एजेंसियों के साथ सहयोग नहीं करेंगे.यह उनकी मंशा को दर्शाता है. पुलिस ने कानून व्यवस्था के अनुसार कार्रवाई की है. "
"देवेंद्र यादव को कानून पर भरोसा नहीं": अरुण साव ने आरोप लगाया कि "कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को कानून पर भरोसा नहीं है. उन्हें लगता है कि वे कानून से ऊपर हैं. बलौदा बाजार की घटना के बाद पुलिस ने उन्हें बार-बार नोटिस भेजा. लेकिन वे कानून के साथ सहयोग नहीं करना चाहते थे और उन्हें कानून पर भरोसा नहीं था. शनिवार को हुई घटना के बाद यह स्पष्ट हो गया कि वे मानते हैं कि वे कानून से ऊपर हैं और जांच एजेंसी के साथ सहयोग नहीं करना चाहते. समर्थकों को इकट्ठा करके आप क्या साबित करना चाहते हैं."
"छत्तीसगढ़ में कानून से बड़ा कोई नहीं": डिप्टी सीएम ने कहा, "छत्तीसगढ़ में जो भी शांति भंग करेगा, कानून उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा. छत्तीसगढ़ में कानून से बड़ा कोई नहीं है. पुलिस ने मौके से मिले साक्ष्यों के आधार पर ही उनके खिलाफ कार्रवाई की है." इससे पहले सीएम विष्णुदेव साय ने भी कहा कि ''पुलिस ने जो भी एक्शन लिया है वो सोच समझकर लिया होगा. देवेंद्र यादव विधायक हैं कोई आम इंसान नहीं है.''
एमएलए देवेंद्र यादव को पुलिस ने क्यों किया गिरफ्तार:10 जून को बलौदाबाजार कलेक्ट्रेट में हुई हिंसक झड़प और आगजनी के सिलसिले में कांग्रेस एमएलए देवेंद्र यादव को बलौदाबाजार पुलिस ने शनिवार को भिलाई से गिरफ्तार किया. उन पर अनुसूचित जाति सतनामी समुदाय को भड़काने का आरोप है.
भूपेश बघेल ने की सीबीआई जांच की मांग: देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी पर छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा पर बदले की कार्रवाई करने का आरोप लगाया. भूपेश ने कहा- "बिना सबूत के देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी की गई है. देवेंद्र यादव के खिलाफ 20 धाराएं लगाई गई हैं. घटना के 67 दिन बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है. छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने पूरी कार्रवाई बदला लेने के इरादे से की है. इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए. "
पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा-"सतनामी समुदाय की जनसभा में कई विधायकों को बुलाया गया था. इसी कार्यक्रम में शामिल होने देवेंद्र यादव भी गए थे. सतनामी समुदाय का कार्यक्रम होने के कारण कांग्रेस विधायक ने वहां कोई भाषण नहीं दिया ना ही मंच पर मौजूद थे. जबकि भाजपा अध्यक्ष खुद समुदाय के लोगों के साथ बैठक की अनुमति लेने वहां गए थे लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई."
SOURCE- ANI