रायपुर : छत्तीसगढ़ में शराबबंदी के मुद्दे पर बीजेपी सरकार घिरती नजर आ रही है. कांग्रेस ने साय सरकार से पूछा है कि प्रदेश में कब पूर्ण शराब बंदी होगी. पीसीसी चीफ दीपक बैज ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार के संरक्षण में पूरे प्रदेश में शराब की कोचियागिरी शुरू हो गयी है. उन्होंने बीजेपी पर शराब को गांव गांव पहुंचाने का आरोप लगाया है.
"बीजेपी सरकार में शराब पान ठेलों में भी मिल रही" : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, "भाजपा की सरकार बताए कि छत्तीसगढ़ में पूर्ण शराबबंदी कब लागू होगी? पांच सालों तक और चुनाव में शराबबंदी के नाम से इन्होंने घूम-घूम कर बड़े ढोल पीटने का काम किया, लेकिन अब लगातार नई शराब दुकानें खुल रही है. अहाता बना कर शराब की खपत बढ़ा रहे हैं. जिसके तहत पूरे प्रदेश में शराब के कोचिया सक्रिय हो गए हैं."
भारतीय जनता पार्टी की इस सरकार में अब शराब पान ठेलों में भी मिल रही है. मतलब बीजेपी अपनी जेबें भरने के लिए, जनता की गाढ़ी कमाई लूटने के लिए शराब को गांव गांव पहुंचाने का काम कर रही है. इसलिए मैं बीजेपी की सरकार से पूछना चाहता हूं, मुख्यमंत्री से पूछना चाहता हूं कि शराबबंदी कब पूर्ण रूप से यह सरकार करेंगी." - दीपक बैज, पीसीसी प्रमुख, छत्तीसगढ़
"कांग्रेस सरकार बनते ही 10 किलो मिलेगा चावल" : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, "यूपीए की सरकार ने 20213 में खाद्य सुरक्षा बिल पास किया. जिसके तहत देश के हर गरीब नागरिक को भोजन का अधिकार मिला. उसी के तहत आज केंद्र सरकार 5 किलो फ्री में अनाज देने का काम कर रही है. धन्यवाद देता हूं हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे जी और तमाम कांग्रेस के नोताओं को जिन्होंने कल घोषणा किया है कि 4 जून के बाद देश में हमारी सरकार बनने के बाद 5 किलो चावल को बढ़ाकर 10 किलो किया जाएगा.
"यह बहुत बड़ा और ऐतिहासिक निर्णय है. इससे देश के गरीब परिवारों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी. ताकि कोई भूखा न रहे, न कोई भूखा सोए. यह कांग्रेस पार्टी की सोंच है." - दीपक बैज, पीसीसी प्रमुख, छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में शराबबंदी सबसे बड़े मु्ददों में से एक था. प्रदेश की महिलाओं में शराबबंदी का वादा पूरा नहीं करने पर भूपेश सरकार के खिलाफ नाराजगी थी. बीजेपी ने भी इसी मुद्दे को लेकर तब के भूपेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया था. इसी का नतीजा रहा कि चुनाव में कांग्रेस हार का सामना करना पड़ा और प्रदेश की सत्ता में बीजेपी की वापसी हो गई.