रायपुर: छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला मामले में ईओडब्ल्यू की टीम ने निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया. दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने फिर से निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को दो दिनों के लिए ईओडब्ल्यू की रिमांड पर सौंप दिया है. इसके पहले दोनों आरोपियों को 3 जून को कोर्ट में पेश किया गया था. ईओडब्ल्यू को इस दौरान 7 दिनों की रिमांड मिली थी. ईओडब्ल्यू ने दोनों को रिमांड पर लेकर कोयला घोटाला मामले में पूछताछ की थी, लेकिन कोई खास जानकारी हाथ नहीं लगी. इसके बाद फिर से कोर्ट ने दोनों को ईओडब्ल्यू को दो दिनों की रिमांड पर दिया है.
मंगलवार को चार आरोपियों को किया जाएगा पेश: दरअसल, कोयला घोटाला मामले में ईओडब्ल्यू ने सोमवार को जेल में बंद आरोपियों को प्रोडक्शन वारंट पर पेश करने के लिए आवेदन लगाया है. विशेष कोर्ट ने ईओडब्ल्यू के आवेदन को एक्सेप्ट कर लिया. वहीं, कल मंगलवार को जेल में बंद 4 आरोपीयो को विशेष कोर्ट में पेश किया जाएगा, जिसमें लक्ष्मीकांत तिवारी, शिव शंकर नाग, सुनील नायक और निखिल चंद्राकर को प्रोडक्शन वारंट के तहत कोर्ट में पेश किया जाएगा.
डेढ़ साल से जेल में बंद हैं सभी आरोपी: कोयला घोटाला मामले में सभी आरोपी लगभग डेढ़ साल से जेल में बंद हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने कोयला घोटाला मामले में 11 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें कारोबारी सुनील अग्रवाल को जमानत मिली है. जानकारी के मुताबिक ईओडब्ल्यू उसे भी गिरफ्तार करने वाली है. ईओडब्ल्यू का आरोप है कि पूर्ववर्ती सरकार में प्रभावशाली लोगों से मिलकर अवैध रूप से कोयले का परिवहन किया था. यह घोटाला पूरे प्रदेश में लगभग 540 करोड़ रुपये से ज्यादा का था.
ईओडब्ल्यू ने स्पेशल कोर्ट में दिया था आवेदन: ईओडब्ल्यू ने स्पेशल कोर्ट में आवेदन पेश किया था, जिसमें यह कहा गया था कि सौम्या चौरसिया को सूर्यकांत तिवारी के रिश्तेदार मनीष उपाध्याय और जय नामक व्यक्ति के जरिए 36 करोड़ रुपए पहुंचाए गए थे. यह पैसा अवैध रूप से लेवी के जरिए आया था. वहीं, निलंबित आईएएस रानू साहू ने कोयला घोटाला मामले में कारोबारी सूर्यकांत तिवारी और उनके साथियों के द्वारा ट्रांसपोर्टरों से अवैध वसूली करने में मदद की थी. मदद के बदले में मिलने वाले पैसे से निलंबित आईएएस रानू साहू ने अपने भाई पीयूष साहू और अन्य रिश्तेदारों के नाम से कई चल और अचल संपत्तियां खरीदी है.