बस्तर: इन दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में बस्तरिया गीत 'आया मोचो दंतेश्वरी बुआ भैरम आय' गाने को काफी लोग पसंद कर रहे हैं. बस्तर की संस्कृति को दर्शाने वाले इस गाने पर लोग जमकर रील भी बना रहे. इस गाने को आज से दो साल पहले बस्तर जिले के बादल एकेडमी में रिकॉर्ड किया गया था. पेशे से शिक्षक और लोक कलाकार लखेश्वर खुदराम ने इस गाने में अपनी आवाज दी है. सोशल मीडिया में गाने के वायरल होने के बाद लखेश्वर खुदराम काफी खुश हैं. उन्होंने लोगों को इसके लिए धन्यवाद दिया है.
गाने के पीछे की है ये कहानी: लखेश्वर खुदराम हलबी, गोंडी और छत्तीसगढ़ी भाषा में तकरीबन 200 गाने गा चुके है.लेकिन जिस गाने ने उन्हें फेमस किया, उस गाने के पीछे भी एक कहानी है. दरअसल, बस्तर जिला प्रशासन द्वारा बस्तर की लोक संस्कृति को संरक्षित करने और बस्तर से जुड़ी विद्याओं को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए बादल एकेडमी की शुरुआत साल 2021 में की गई थी. 2 साल पहले बादल एकेडमी में ही मुंबई की दायरा इंडिया बैंड बस्तर पहुंची हुई थी. गायक लखेश्वर खुदराम ने बताया कि दायरा इंडिया बैंड के द्वारा कुल 5 गाने उनकी आवाज में रिकॉर्ड किए गए, जिसमें से 1 ही गाना अब तक रिलीज हुआ है. गाने के वायरल होने के बाद बस्तर के लोक कलाकार उम्मीद जाता रहे है कि बाकी के गाने भी इसी तरह लोगों के बीच वायरल होंगे.
बता दें कि 'आया मोचो दंतेश्वरी बुआ भैरम आय' गाना मेघनाथ पटनायक ने अपनी आवाज में कई दशक पहले आकाशवाणी के लिए गाया था, जिसे काफी लोगों ने पसंद किया था. अब दो साल पहले लखेश्वर ने इस गीत को गाया, जो कि अब काफी वायरल हो रहा है.