दुर्ग: पूरे शहर में आज छठ पूजा की रौनक देखते ही बनी. दोपहर के बाद से ही घाटों पर छठ व्रतियों का पहुंचना शुरु हो गया. बड़ी संख्या में घाटों पर पहुंचकर छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य भेंट किया. छठ पूजा को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग भी घाटों पर हर साल आते हैं. मान्यता है कि छठ पूजा के कठिन व्रत को पूरा करने से छठी माई हर मनोकामना पूरी करते हैं. दुर्ग शहर में इस बार भी छठ पूजा को लेकर जिला प्रशासन ने बढ़िया बंदोबस्त किया. घाटों की सफाई भी की गई.
डूबते सूर्य को भेंट किया अर्घ्य: घाटों पर पहुंचे छठ व्रतियों ने पानी में खड़े होकर डूबते सूर्य को अर्घ्य भेंट किया. शाम चार बजते बजते नदी और तालाब पर बने सभी घाट फुल हो गए. पैर रखने तक की जगह नहीं थी. भक्तों के आने जाने के लिए खास व्यवस्था जिला प्रशासन की ओर से की गई थी. सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ व्रति महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाकर अखंड सौभाग्य की कामना छठी माई से की. घाटों पर बड़ी संख्या में अर्घ्य देने के लिए जनप्रतिनिधि और लोग पहुंचे.
कल उगते सूर्य को दिया जाएगा अर्घ्य: आज शाम को अर्घ्य देने के बाद कल छठ व्रति महिलाएं उगते सूर्य को अर्घ्य भेंट करेंगी. सुबह में अर्घ्य भेंट करने के बाद घर आकर छठ व्रति महिलाएं पारण करेंगी. पारण करने के बाद उनका पर्व संपन्न हो जाएगा. दुर्ग जिले में करीब 50 से ज्यादा तालाब हैं. तभी तालाबों में अर्घ्य देने के लिए घाटों का निर्माण किया गया है. पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय, दुर्ग शहर विधायक गजेंद् यादव, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन ने भी घाट पर जाकर छठ व्रतियों को पर्व की बधाई दी.