छतरपुर: हरपालपुर में बुधवार को अचानक एक पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई, जिससे फैक्ट्री पूरी तरह जलकर खाक हो गई. बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में शॉर्ट सर्किट के कारण चिंगारी पटाखे के बारूद पर गिरी, जिसके बाद धमाके शुरू हो गए. जब तक वहां काम कर रहे कर्मचारी और मालिक कुछ समझ पाते आग बेकाबू हो गई. घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस पहुंची और आग पर काबू पाया. इस घटना में फैक्ट्री की दीवार भरभरा कर गिर गई और छत पर लगे टीनशेड के परखच्चे उड़ गए.
अवैध रूप से चल रही थी पटाखा फैक्ट्री
जानकारी अनुसार हरपालपुर थाना इलाके के गलान रोड पर वार्ड 11 में रिहायशी इलाके के बीच सालों से पटाखा फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है. बताया गया कि इस पटाखा फैक्टरी का संचालन पुरुषोत्तम भुर्जी उर्फ छोटे गुप्ता कर रहे थे. पटाखा फैक्टरी का लाइसेंस 2011 में खत्म हो गया था. लेकिन अवैध रूप से फैक्ट्री का संचालन जारी रखा गया. वहीं, 2016 में संचालक के छोटे भाई की फैक्ट्री अरुण फायर वर्क में भी हादसा हो चुका है, जिसमें तीन लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे. लेकिन हादसे से सबक नहीं लिया गया.
घटनास्थल से अवैध बारूद जब्त
हादसे के बाद जांच में घटनास्थल पर भारी मात्रा में अवैध बारूद का भंडार भी पाया गया. जिसके बाद प्रशासन ने विस्फोटक को कब्जे में ले लिया और गड्ढा खोदकर उसमें डालकर निष्क्रिय कर दिया. वहीं, कलेक्टर पार्थ जैसवाल और एसपी अगम जैन के निर्देश पर हादसे की जांच करने के लिए एफएसएल टीम पटाखा फैक्टरी पहुंची. पूरी फैक्ट्री का बारीकी से निरीक्षण कर नमूने लिए गए हैं.
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फैक्ट्री और जमीन मालिक पर होगी एफआईआर दर्ज
इस मामले की जांच कर रही नौगांव एसडीएम विशा माधवानी ने बताया, " फैक्ट्री मालिक और जमीन मालिक पर हरपालपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई जा रही है. इस मामले में आगे की जांच भी जारी है. फैक्ट्री का लाइसेंस 2011 में खत्म हो गया था और मौके पर से कोई दस्तावेज नहीं मिले हैं." वहीं, हादसे की जानकारी मिलने पर महाराजपुर विधायक कामाख्या प्रताप सिंह टीका राजा मौके पर पहुंचे और प्रशासन से हादसे के बारे में जानकारी ली.