छतरपुर: राजनगर जनपद क्षेत्र में आने वाले देवगांव का आंगनबाड़ी भवन जर्जर हो चुका है. छोटे-छोटे बच्चे इसी भवन में बैठकर पढ़ाई करते हैं. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का आरोप है कि जातपात के नाम पर उसे कोई किराए का कमरा देने तैयार नहीं है. वहीं कई बार अधिकारियों को जर्जर भवन के बारे में बताया गया है लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ.
देवगांव का आंगनबाड़ी भवन जर्जर
देवगांव का आंगनबाड़ी केंद्र का भवन जर्जर हो चुका है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रामप्यारी का कहना है कि "प्रशासन को कई बार जर्जर भवन को लेकर शिकायत की जा चुकी है. इसे दूसरे भवन में शिफ्ट करने के लिए भी आवेदन दिया जा चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. जर्जर बिल्डिंग में बच्चों को पढ़ाने, देखरेख करनी वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का कहना है कि जान का खतरा बना रहता है. वहीं उसका ये भी आरोप है कि गांव में जात पात के चलते कोई किराए का भवन भी नहीं देता."
'मेरे संज्ञान में है यह मामला'
इस मामले में राजनगर महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी रजनी शुक्ला का कहना है कि "यह मामला मेरे जानकारी में है. आंगनबाड़ी की बिल्डिंग स्वीकृत होने के लिए लिस्ट भेज दी गई है. कोशिश रहेगी जल्द आंगनबाड़ी भवन निर्माण कराया जा सके." जातपात के मामले को लेकर कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सरपंच से बात करके जानकारी ली जाएगी.
बागेश्वर बोले ये देश का दुर्भाग्य
बाबा बागेश्वर का कहना है कि "हिंदुओं को एक करने और देश से जात-पात को जड़ से मिटाने के लिए पैदल यात्रा शुरू करने वाले हैं. उन्होंने कहा कि ये इस देश का दुर्भाग्य है. इस यात्रा का उद्देश्य ही ये है कि इसी बात को जन-जन तक पहुंचाना है ताकि समस्या का समाधान निकाला जा सके."
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'हिंदुओं को जगाना ही यात्रा का उद्देश्य'
कथा वाचक बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 21 नवंबर से 160 किमी की पद यात्रा शुरू कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि "हिंदुओं को एक करने और जात-पात खत्म करना ही यात्रा का उद्देश्य है." ये पदयात्रा बागेश्वर धाम से आरंभ होकर ओरछा धाम में 29 नवंबर को संपन्न होगी.