कवर्धा : छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में स्थापित 11वीं शताब्दी के भोरमदेव मंदिर का केमिकल ट्रीटमेंट वाटर रूफिंग का काम करवाया जा रहा है. छत्तीसगढ़ शासन ने भोरमदेव मंदिर के सुदृढ़ीकरण के लिए 65.51 लाख रुपए स्वीकृति दी गई है. पुरात्तव एवं संस्कृति विभाग के विशेषज्ञों एवं कुशल कामगारों की मदद से मंदिर को नया रूप दिया जा रहा है.इसी कड़ी में पानी से बचाव के लिए केमिकल ट्रीटमेंट वाटर रूफिंग का काम हो रहा है.
डिप्टी सीएम ने दिए थे निर्देश : डिप्टी सीएम विजय शर्मा बीते दिनों अपने निवास कार्यालय में संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग और कबीरधाम जिले के गणमान्य नागरिकों एवं पुजारी के साथ भोरमदेव मंदिर के जीर्णाेद्धार को लेकर चर्चा की थी. जिसमें श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं को बढ़ाने और मंदिर परिसर के विकास को लेकर कार्ययोजना बनाई गई. उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बरसात के दिनों में भोरमदेव मंदिर में पानी रिसाव की समस्या को दूर करने के लिए विभाग के अफसरों को निर्देश दिए थे. जिसमें भोरमदेव महोत्सव से पहले निर्माण कार्य और ट्रीटमेंट के काम को पूरा करने के निर्देश मिले थे.
भोरमदेव में विकास कार्य : भोरमदेव में श्रद्धालुओं के लिए शेड निर्माण, चौकीदार क्वाटर को मंदिर के पास से दूसरी जगह शिफ्ट करने, मंदिर के पीछे वीआईपी गेस्ट रूम बनाने, दीवार को हटाकर ग्रील और गेट लगाने के निर्देश दिए गए हैं.इसके साथ ही जीर्णाेद्धार के दौरान भैरव मंदिर, चामुंडा माता मंदिर और हनुमान मंदिर के प्राचीन स्वरूप के साथ छेड़छाड़ नहीं करने की भी बात कही गई है.
इसके अलावा भोरमदेव मंदिर से छेड़की महल-मड़वा महल तक पक्की सड़क के निर्माण, मंदिर परिसर में सोलर लाइट्स और सीसीटीवी कैमरे, ड्रेनेज सिस्टम में सुधार और फ्लोरिंग की जगह सेंड स्टोन लगाने को लेकर चर्चा हुई थी. मंदिर के बाहरी हिस्से के सौंदर्यीकरण के लिए पर्यटन विभाग के अंतर्गत प्रसाद योजना के तहत प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी मंदिर प्रबंधन को मिले हैं.