कोरबा: छत्तीसगढ़ के विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत ने बीजेपी पर तीखा हमला किया है. महंत ने बीजेपी सरकार की कार्यशाली पर सवाल उठाए. चरणदास महंत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की वर्तमान सरकार को बीजेपी के लोग डबल इंजन की सरकार कहते हैं. लेकिन विष्णुदेव साय की अगुवाई वाली छत्तीसगढ़ की सरकार का संचालन कहां से हो रहा है, समझ में नहीं आता. इनके खुद के सांसद भी परेशान हैं, ब्यूरोक्रेसी में भी एकरूपता नहीं है.
सांसद भी कर रहे हैं विपक्ष के मुद्दों का समर्थन : चरणदास महंत ने आगे कहा कि बीजेपी सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने हाल ही में सीमेंट के दाम में ₹50 प्रति बोरी के दाम में बढ़ोतरी का विरोध किया. उन्होंने यह भी कहा कि दाम कम किए जाने चाहिए. अब यह बढ़ोतरी आने वाले चुनाव का चंदा है, या फिर कुछ और यह तो डबल इंजन के सरकार के लोग ही बता सकते हैं.
कहां से चल रही डबल इंजन की सरकार : महंत ने कहा कि बीजेपी सांसद विजय बघेल भी परेशान हैं. इसलिए हमें तो यह समझ में नहीं आ रहा है कि डबल इंजन की सरकार कहां से चल रही है. डबल इंजन से चल रही है, एक इंजन से चल रही है या फिर आधा इंजन से, रिमोट कंट्रोल दिल्ली में है या फिर मंत्रिमंडल के सदस्य इसका संचालन कर रहे हैं. सरकार का संचालन यदि केंद्र से होता तो उनके सांसद आखिर क्यों परेशान होते हैं?
''इनके ब्यूरोक्रेसी में भी एकरुपता नहीं है. किसी अधिकारी की पदस्थापना को लेकर एक आदेश जारी होता है. 2 घंटे बाद ही उसे बदल दिया जाता है. ऐसी चर्चा है कि ब्यूरोक्रेसी में भी दो ग्रुप कम कर रहे हैं. इन सभी के कारण छत्तीसगढ़ की जनता परेशान हो रही है. विकास के काम रोक रहे हैं. छत्तीसगढ़ में लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ रही है. सरकार क्राइम कंट्रोल नहीं कर पा रही. कुछ दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ आए थे. वह 3 दिन तक यहां रुके थे, उन्होंने अपना रूख स्पष्ट नहीं किया. छत्तीसगढ़ के कोयला खदानों को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है.''- डॉ चरणदास महंत, नेता प्रतिपक्ष
देश में छापे सिर्फ विपक्षी नेताओं के घर पर : चरणदास महंत ने कहा कि पूरे देश का एक जैसा हाल है. बीजेपी सरकार केवल कांग्रेस के नेताओं और विपक्षी दलों को निशाना बना रही है. आईटी, ईडी और सीबीआई के छापे केवल विपक्षी नेताओं के घर पर पड़ रहे हैं. जबकि सत्ता पक्ष के नेता कुछ भी कर लें, उन पर किसी तरह की आंच नहीं आ रही है. विपक्ष के नेता सीधे तौर पर भाजपा के निशाने पर हैं.