बिलासपुर : छत्तीसगढ़ में अब भी कांग्रेस के नेता विधानसभा में हुई हार से नहीं उबर पा रहे हैं.गाहे बगाहे सार्वजनिक कार्यक्रमों में कांग्रेस नेताओं के दिल में छिपा दर्द बाहर निकल आता है. इस बार नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने विधानसभा में हुई हार को लेकर बयान दिया है. चरणदास महंत कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में से एक हैं.पिछली बार जब कांग्रेस सत्ता में आई थी,तब चरणदास महंत सीएम की रेस में भी थे.अब जब बीजेपी ने सत्ता में वापसी की है तो कांग्रेस के दिग्गज नेता अपनी हार को नहीं पचा पा रहे हैं.
विधानसभा में क्यों हारी कांग्रेस ?: छत्तीसगढ़ के नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के जन्मदिन पर उनके आवास पहुंचे थे. इस दौरान चरणदास महंत ने कांग्रेस की हार का कारण आपसी फूट माना है. इस दौरान चरणदास महंत ने अपने ही नेताओं की एकजुटता पर सवाल उठाए हैं.
''जब चुनाव होता है तो विश्लेषण होता है. जिन वजहों से हारे उन कारणों को दूर करने की कोशिश की जाती है.हम लोग एक जुट होकर नहीं लड़े,एक साथ नहीं लड़े इसलिए चुनाव हारे.ये हम भी मानते हैं,हमारे नेता भी मानते हैं.हमारी टीम भी मानती है.और कांग्रेस के बुजुर्ग लोग भी मानते हैं. अब हम एकजुट हैं.अगली बार एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे और फिर कांग्रेस की सरकार बनाएंगे.''- चरणदास महंत, नेता प्रतिपक्ष
नहीं बनना चाहता प्रदेशाध्यक्ष : इस दौरान चरणदास महंत ने संकेत दिए कि पार्टी के अंदरूनी मतभेदों को दूर करने के लिए संगठन में बदलाव होंगे.इस दौरान जब चरणदास महंत से प्रदेश अध्यक्ष बनने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया. साथ ही साथ सिर्फ एक ही जिम्मेदारी संभालने की बात कही.