छपरा: लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव में शामिल होने के लिए लोगों को जागरुक किया जा रहा है. एक तरफ जहां प्रशासन अलग-अलग तरीकों से लोगों को मतदान करने की अपील कर रही है, वहीं दूसरी तरफ छपरा के डॉक्टर दंपत्ति ने अनोखी पहल शुरू की है. उनकी तरफ से मतदान करने के बाद इलाज कराने आने वाले लोगों को इलाज के खर्च में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी.
उंगली दिखाएं और छूट पाएं: डॉक्टर दंपत्ति का कहना है कि वह समाज के लोगों को अलग तरीके से जागरुक करने का प्रयास कर रहे हैं, जिससे मतदाता मतदान करें. इसके लिए उन्होंने अपने क्लीनिक में सभी मरीजों को जो मतदान करके आएंगे और जिनके हाथ में स्याही लगी होगी, उन्हें वह 50% की छूट देंगे, ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा मतदान कर सकें.
डॉ दंपत्ति की अनोखी पहल: छपरा के श्याम चौक स्थित संजीवनी नर्सिंग होम के संचालक डॉ अनिल कुमार और संजू प्रसाद ने भी इस महापर्व में अपना योगदान देने की सोची है. उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा मतदाताओं को जागरूक करने के लिए तरह-तरह का प्रयास किया जा रहा है. क्योंकि यह सामाजिक सरोकार वाला कार्य है, इसलिए हमने यह योजना निकाली है कि हमारे यहां जो भी मतदान करने आएगा, उसका रजिस्ट्रेशन से लेकर अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, ब्लड जांच, शुगर, बीपी व अन्य सभी तरह के इलाज में 50% की छूट मिलेगी.
"मतदान करने के बाद इलाज कराने वाले लोगों को उंगली में लगी स्याही दिखाने के बाद छूट दी जाएगी. इस बात की सूचना रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लगा दी गई है. हम डॉक्टर हैं, इसलिए हमने इस तरह का प्रयास किया है कि ज्यादा से ज्यादा मतदान का प्रतिशत बढ़ सके और लोग अपने-अपने मतदान केंद्र पर जाकर ज्यादा से ज्यादा मतदान करें."- डॉ अनिल कुमार, चिकित्सक
लोगों ने इस पहल की सराहना की: डॉक्टर संजू कुमारी का कहना है कि 'हमारा एक छोटा सा प्रयास है ताकि लोग अपने घरों से निकलकर मतदान केंद्र पर जाए और ज्यादा से ज्यादा मतदान करें. जिला प्रशासन इस काम के लिए काफी प्रयास कर रहा है, तो हमने भी सोचा कि हम भी इस तरह का एक छोटा सा प्रयास करें, ताकि मतदाताओं में जागरूकता आ सके.'
इन लोगों को मिलेगा इलाज में लाभ: उन्होंने आगे कहा कि केवल सारण या महराजगंज लोकसभा ही नहीं, दूसरे जिले या दूसरे राज्य के भी मतदाता भी इस ऑफर का फायदा उठा सकते हैं. उनका भी फीस में 50% प्रतिशत की छूट के साथ इलाज किया जाएगा. इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि जब तक उंगली पर लगी स्याही का निशान रहेगा, तब तक उनको छुट मिलेगी. इधर डॉक्टर के पास आने वाले मरीजों ने इस पहल का स्वागत किया है. वहीं इस पहल की काफी चर्चा भी हो रही है.
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