भरतपुर. जिले में दिन का तापमान बढ़ने के साथ ही मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि होने लगी है. दिन में तेज धूप और सुबह-शाम को सर्दी की वजह से लोग खांसी, बुखार और जुकाम की चपेट में आ रहे हैं. इतना ही नहीं अस्पताल में एलर्जी के मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है. हालत यह है कि संभाग के सबसे बड़े आरबीएम जिला अस्पताल के आउटडोर में हर दिन 2 हजार से भी अधिक मरीज पहुंच रहे हैं. वहीं, इनडोर में भी बड़ी संख्या में मरीज भर्ती हो रहे हैं.
इसलिए बढ़े मरीज : अस्पताल के मेडिसिन विभाग के डॉ. विवेक भारद्वाज ने बताया कि फरवरी माह में मौसम बदल गया है. दिन में तेज धूप निकल रही है. सुबह, शाम और रात को अभी भी अच्छी सर्दी है. इसकी वजह से लोग वायरल, खांसी और जुकाम की चपेट में आ रहे हैं. आउटडोर में खांसी के मरीजों की काफी संख्या बढ़ी है. साथ ही प्रदूषण और धूम्रपान की वजह से भी लोग खांसी व एलर्जी की चपेट में आ रहे हैं.
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ओपीडी 50 फीसदी बढ़ी : संभाग के सबसे बड़े आरबीएम जिला अस्पताल में फरवरी प्रथम सप्ताह की तुलना में ओपीडी में मरीजों की संख्या 50 फीसदी तक बढ़ गई है. एक फरवरी को जहां अस्पताल ओपीडी में 1721 मरीज उपचार के लिए पहुंचे थे, वहीं 12 फरवरी को यह आंकड़ा 2247 पर पहुंच गया. आरबीएम अस्पताल, जनाना और नेत्र रोग अस्पताल में कुल ओपीडी 3370 तक पहुंच गया है. इतना ही नहीं अस्पताल के इनडोर में भी बड़ी संख्या में मरीज भर्ती हैं.
नेत्र रोग की चपेट में लोग : अस्पताल की ओपीडी के आंकड़ों पर नजर डालें तो नेत्र रोग अस्पताल में बड़ी संख्या में नेत्र रोग के मरीज पहुंच रहे हैं. प्रदूषण और धूल मिट्टी की वजह से लोग आंखों की एलर्जी व नेत्र रोग की चपेट में आ रहे हैं. एक फरवरी को नेत्र रोग अस्पताल के ओपीडी 278 मरीज पहुंचे, जबकि 12 फरवरी को 427 मरीज पहुंचे.
ऐसे करें बचाव : डॉ. विवेक भारद्वाज ने बताया कि मौसम में बदलाव के साथ ही प्रदूषण से बचाव का भी विशेष ध्यान रखना होगा. खांसी, जुकाम और एलर्जी से बचने के लिए लोग जब भी घर से बाहर निकलें मास्क लगाकर निकलें. साथ ही भीड़भाड़ वाली जगह पर भी जाने से बचें.