जोधपुर. बदलते समय के साथ पुलिस के सामने बदमाशों को पकड़ने और पीछा करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. क्योंकि बदमाश हाईटेक हथियार और वाहनों के साथ होते हैं. ऐसे में भागते बदमाशों को पकड़ना आसान नहीं होता है. अब पुलिस भी अपना तौर तरीके बदलने जा रही है. गुरुवार को जोधपुर ग्रामीण पुलिस की सालाना फायरिंग प्रेक्टिस में यह नजर भी आया. जिला पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह यादव के नेतृत्व जोधपुर ग्रामीण पुलिस की डीएसटी व क्यूआरटी ने वार्षिक फायरिंग में रियल लाइफ सिचुएशन पर प्रेक्टिस की. इसमें पुलिस के जवानों ने चलते हुए वाहन से सटीक निशाने लगाए.
जिला पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण धर्मेन्द्रसिंह यादव ने बताया कि गोलासनी फायरिंग रेंज पर जिला जोधपुर ग्रामीण के सभी पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा वार्षिक फायरिंग का अभ्यास किया जा रहा है. सामान्यत खड़े होकर फायरिंग करते हैं. लेकिन इस बार हमने वो सिचुएशन क्रिएट की, जो फिल्ड में जवानों के सामने आती है. उसी सिचुएशन को हैंडल करने के लिए हमने फायरिंग की प्रेक्टिस की है. इससे जवानों को मोटिवेशन मिलता है और वे हर स्थिति में बदमाशों से मुकाबला करने में पारंगत होते हैं.
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इस दौरान जवानों की टीमों द्वारा वास्तविक जीवन की परिस्थिति में अपराधियों के दौड़ते हुए वाहन के टायर आधुनिक हथियारों से ब्रस्ट करने व अपराधियों के साथ मुठभेड़ से निपटने का अभ्यास का किया और टीमों की ओर से किए जा रहे रियल लाइफ सिचुएशन में अपराधियों पर त्वरित गति से कार्रवाई करने के गुर सिखाए. हालांकि डीएसटी ने आधुनिक हथियारों से पूर्व में भी अपराधियों के भागते हुए वाहनों के टायर ब्रस्ट किए व मुठभेड़ में अपराधियों को ढेर करती रही है. लेकिन अब इसे हर स्तर पर सिखाया जा रहा है. इस वार्षिक फायरिंग अभ्यास के दौरान संचित निरीक्षक रमेश ढाका, डीएसटी प्रभारी सबइंस्पेक्टर लाखाराम, जिला आर्मोरर नरेन्द्र सिंह व हवलदार मेजर धर्मेन्द्र भी मौजूद रहे.