चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव की वोटिंग में महज कुछ ही दिनों का वक्त रह गया है. एक तरफ राजनीतिक पार्टियां अपने मुद्दों और वादों को लेकर जनता के बीच जा रही हैं, तो दूसरी तरफ जनता ने भी अपने मुद्दों को लेकर वोटिंग का मन बना लिया है. लोकसभा चुनाव पर चंडीगढ़ की महिलाओं ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान बताया कि वो किन मुद्दों पर मतदान करने जा रही हैं.
'महिला सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य पर हो काम': ज्यादातर महिलाओं का कहना था कि वो उस उम्मीदवार को वोट डालेंगी जो शहर को जानता हो और मुद्दों को अच्छे से हल कर सके. महिला सुरक्षा हो या फिर शहर का विकास, अच्छी शिक्षा हो या फिर स्वास्थ्य सेवाएं महिलाओं का माना है कि जिस भी उम्मीदवार में इन सभी चीजों पर खरा उतरने की क्षमता होगी. इस बार वो उसी को ही वोट करेंगी.
'स्थानीय उम्मीदवार होना जरूरी': ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान चंडीगढ़ की महिलाओं ने बताया "उम्मीदवार बाहरी ना हो, जो भी उम्मीदवार हो, वो शहर का निवासी हो, ताकि उसे शहर के मुद्दे पता हो. जिससे की वो हमारी समस्याओं का समाधान कर सके. बाहरी उम्मीदवार को शहर के बार में ज्यादा पता नहीं होता, इसलिए वो ज्यादा विकास नहीं करवा पाता, जबकि लोकल उम्मीदवार को शहर की हर समस्या का पता होता है. इसलिए वो ज्यादा काम करवाता है. महिलाओं ने कहा कि अभी चंडीगढ़ से बीजेपी सांसद किरण खेर है. जिन्हें देखना हमारे लिए मुश्किल हो गया है."
चंडीगढ़ के मुद्दे: लीज टू फ्री होल्ड प्रॉपर्टी का मामला चंडीगढ़ में बेहद पुराना है. शहर की 70 फीसदी से अधिक प्रॉपर्टी लीज होल्ड है. इसे फ्री होल्ड कराने की लड़ाई प्रॉपर्टी ओनर लड़ रहे हैं, लेकिन 40 वर्ष बाद भी उनकी कन्वर्जन शुरू नहीं हो सकी. इससे इंडस्ट्री का काम आगे बढ़ाने में दिक्कत आ रही है. प्रशासन ने पहले जो रेट तय किए थे. वो बहुत ज्यादा होने की बात कहकर सभी ने जबरदस्त विरोध किया था. चंडीगढ़ में क्राइम भी बढ़ रहा है. सबसे बड़ा मुद्दा शहर में बढ़ रहे कूड़े के ढेर का है. जिससे शहर की आबो-हवा दूषित हो रही है. दूसरी ओर पानी का मुद्दा है. शहर में एक-एक घंटे की पानी की सप्लाई रखी गई है.
महिलाओं की मांग: महिलाओं ने सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि महिला पुलिस अधिकारी तैनात की जाए, वहीं महिलाओं के लिए बस सर्विस पर छूट दी जाए, महिलाओं द्वारा किए जाने वाले कार्यक्रम में हर तरह की अनुमति दी जाए. शहर में बढ़ रहे आवारा जानवरों के आतंक पर भी नकेल कसी जाए, जो लोग आवारा जानवरों से पीड़ित लोग हैं, उन्हें मुआवजा दिया जाए. सेक्टर के अंदर बने पार्क की मेंटेनेंस रखी जाए ताकि महिलाएं वहां बनाई गई जिम का इस्तेमाल कर सकें.