चंडीगढ़: हरियाणा कैडर के 2013 बैच के आईएएस अधिकारी निशांत कुमार यादव चंडीगढ़ के नए डीसी नियुक्त किए गए हैं. चंडीगढ़ के मौजूदा डिप्टी कमिश्नर विनय प्रताप सिंह का अक्टूबर माह में ही तीन सालों का कायर्काल खत्म हो रहा है. केंद्र सरकार की अपॉइंटमेंट कमेटी ने निशांत यादव की नियुक्ति को मंजूरी दी है. इसे लेकर नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है. फिलहाल निशांत गुरुग्राम में डीसी पद पर पदस्थ हैं.
तीन साल तक रहेंगे चंडीगढ़ के डीसी: आईएएस निशांत यादव तीन साल तक चंडीगढ़ के डीसी रहेंगे. फिलहाल वो गुरुग्राम में बतौर डीसी पद पर हैं. चंडीगढ़ के मौजूदा डेप्युटी कमिश्नर विनय प्रताप सिंह का कार्यकाल पूरा हो चुका है. विनय प्रताप सिंह नवम्बर 2021 में चंडीगढ़ भेजे गए थे. वो हरियाणा कैडर 2011 बैच के आईएएस अफसर हैं. अभी विनय प्रताप की नई नियुक्ति को लेकर कोई आदेश जारी नहीं हुआ है. माना जा रहा है कि जल्द ही आईएएस विनय प्रताप सिंह को नई जिम्मेदारी दी जा सकती है.
जानिए कौन हैं निशांत यादव: निशांत कुमार यादव का जन्म 13 मई 1990 को राजस्थान के अलवर जिले के बहरोड़ में हुआ था. इनके माता-पिता दोनों ही सरकारी स्कूल में काम करते हैं. उनके पिता प्रिंसिपल और उनकी माता पेशे से एक टीचर हैं. निशांत की शुरुआती पढ़ाई अलवर में हुई. वे पढ़ने में काफी तेज थे, इसलिए आईआईटी दिल्ली में सिलेक्शन हो गया. साल 2006-10 के सेशन में उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया.
2013 में बने आईएएस: कॉलेज की पढ़ाई पूरी होने के बाद उन्होंने रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड में एक साल बतौर बिजनेस एनालिस्ट भी काम किया, लेकिन देश से बाहर काम करने के बाद उन्होंने आपने माता-पिता की कहने पर सिविल सर्विसेज में जाने का मन बनाया. साल 2013 में पहली बार में ही आईएएस बनने में वो सफल हुए. उन्होंने महज 23 साल की उम्र में हरियाणा कैडर से अपनी शुरुआत की.
सोनीपत में हुई पहली नियुक्ति: मसूरी में ट्रेनिंग के बाद पहली बार बतौर एसडीएम हरियाणा के सोनीपत में उनकी नियुक्ति हुई. फरवरी 2016 में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान सोनीपत में लॉ एंड ऑर्डर को सख्ती से लागू किया गया क्योंकि वह इसका केंद्र था. वहां से उन्हें एक अलग पहचान मिली. निशांत हरियाणा लोक सेवा आयोग में सचिव के पद पर रहे हैं.
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