मंडी: जिला मंडी में कुछ महीने पहले पंडोह डैम कैंची मोड के पास चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर लगाए गए डंगे में दरारें आना शुरू हो गई हैं. जिसके एक बार फिर नेशनल हाईवे पर बंद होने का खतरा बढ़ रहा है. बता दें कि मंडी जिले में बीती रात को बरसात की पहली जोरदार बारिश हुई है. जिसके बाद जगह-जगह से नुकसान की खबरें आना शुरू हो गई हैं. हालांकि अभी तक कैंची मोड़ के पास सुचारू रूप से यातायात चला हुआ है, लेकिन यदि आने वाले समय में तेज बारिश होती है तो डंगे को और ज्यादा नुकसान हो सकता है.
पिछले साल भी यहां पूरी तरह धंस गया था हाईवे
गौरतलब है कि बीती बरसात में भी भारी बारिश के कारण चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर यहां से सड़क पूरी तरह से धंस गई थी. जिस कारण हाईवे पूरे 9 महीने तक बंद रहा था. इस डंगे के निर्माण में 40 करोड़ की राशि खर्च की गई है, लेकिन अब पहली ही बारिश के बाद डंगे में दरारें आने से नेशनल हाईवे पर संकट के बादल मंडराना शुरू हो गए हैं. ये दरारें धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं. सड़क पर जहां-जहां दरारें आई है, वहां पर स्थानीय लोगों ने पत्थर रखकर खतरे के संकेत चिन्हित कर दिए हैं, ताकि लोग यहां से सावधानीपूर्वक गुजर सके.
हाईवे की गुणवत्ता पर उठ रहे सवाल
मंडी जिले में बरसात की पहली बारिश में ही इतने विशालकाय डंगे के धंसने के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. निर्माण कार्य और डंगे की गुणवत्ता पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं. स्थानीय लोग इस डंगे की गुणवत्ता को लेकर विजिलेंस एजेंसी से जांच की मांग कर रहे हैं, क्योंकि एक बारिश के बाद ही डंगे ने दम तोड़ दिया है, ऐसे में आने वाले दिनों में यहां पर हाईवे फिर से बंद हो सकता है.
लैंडस्लाइड की चपेट में आया ट्रक
वहीं, भारी बारिश के बाद कैंची मोड के पास चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पर लैंडस्लाइड हुई. जिसके चलते एक ट्रक मलबे की चपेट में आ गया. ये ट्रक खराब होने के कारण यहां पर पार्क किया गया था. एएसपी सागर चंद्र ने चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पर हुए नुकसान के बाद वाहन चालकों से संभलकर चलने की अपील की है. उन्होंने बताया कि 4, 7 और 9 मील के पास पहाड़ी से पत्थर व मलबा गिरने का खतरा बना हुआ है. चंडीगढ़ मनाली एनएच पर जिन स्थानों पर सड़क धंसने की सूचना आई है, वहां से एक तरफा ही ट्रैफिक भेजा जा रहा है.