चंडीगढ़: छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल बलरामजी दास टंडन की पत्नी बृजपाल टंडन का 91 वर्ष की आयु में निधन हो गया. बृजपाल टंडन के निधन से टंडन परिवार को गहरा सदमा लगा है. गुरुवार दोपहर बाद उनका सेक्टर-25 स्थित स्वर्गधाम में अंतिम संस्कार किया गया, जहां पर संजय टंडन ने उन्हें मुखाग्नि दी.
भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य और हिमाचल के सह प्रभारी संजय टंडन की माता बृजपाल टंडन ने गुरुवार को अंतिम सांस लीं. बृजपाल टंडन लंबे समय से अस्वस्थ चल रही थीं. गुरुवार को अस्पताल में अपने परिवारजनों के बीच बृजपाल टंडन ने दुनिया को अलविदा कह दिया. टंडन परिवार के लिए बृजपाल टंडन मार्गदर्शक थीं. उन्होंने हमेशा अपने परिवार को गरीबों की मदद और दूसरों की भलाई की सीख दीं.
1932 में अमृतसर में हुआ था जन्म : अमृतसर में 1932 को जन्मीं बृजपाल टंडन दिवंगत बलराम दास टंडन के साथ 1952 में वैवाहिक बंधन में बंधीं थीं. छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल और उनके पति बलराम दास टंडन आपातकाल के दौरान 19 महीने जेल में रहे. इस दौरान उन्होंने अपने तीनों बच्चों अलका, संजय और पूनम की न केवल खुद परवरिश कीं, बल्कि उन्हें चुनौतियों और संघर्ष से लड़ना भी सिखाया.
2018 में हुआ था बलराम टंडन का निधन : बृजपाल के बेटे संजय टंडन ने अपनी माता के निधन को अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि मां उनके लिए हमेशा प्रेरणादायक रहीं. उन्होंने हमेशा कठिनाईयों से लड़ना सिखाया और वे हमेशा मार्गदर्शक के तौर पर साये की तरह साथ रहीं. अब केवल उनकी यादें बाकी रह गई हैं. 2018 में बलराम दास टंडन के निधन के बाद उन्होंने परिवार का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी संभालीं.
सेक्टर-25 स्वर्गधाम में पहुंचकर यूटी प्रशासक के सलाहकार राजीव वर्मा, गृह सचिव यूटी चंडीगढ़ मनदीप बराड़, भाजपा चंडीगढ़ अध्यक्ष जतिंदर मल्होत्रा, हरियाणा भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडौली, पूर्व सांसद पवन बंसल, चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने बृजपाल टंडन को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
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