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गुरुग्राम में ब्लास्ट की योजना, गैंगस्टर से ली एडवांस पेमेंट, चंडीगढ़ ब्लास्ट मामले में आरोपियों का खुलासा - CHANDIGARH BLAST CASE

Chandigarh blast case: चंडीगढ़ ब्लास्ट केस के दोनों आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया है.

Chandigarh blast case
Chandigarh blast case (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Dec 1, 2024, 12:47 PM IST

हिसार: चंडीगढ़ ब्लास्ट के आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. आरोपियों को मुताबिक चंडीगढ़ में नाइट क्लब के बाहर ब्लास्ट करने के बाद वो गुरुग्राम के पबों में धमाके करने वाले थे. ये सारी प्लानिंग गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की थी. यूएसए में रह रहे लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे रणदीप मलिक ने आरोपी विनय की बात फोन पर गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से करवाई थी. आरोपियों ने गैंगस्टर से इस काम के लिए एडवांस पेमेंट ली थी.

चंडीगढ़ ब्लास्ट के बाद ठिकाने बदल रहे थे आरोपी: चंडीगढ़ में ब्लास्ट के बाद से आरोपी अपने ठिकाने बदल रहे थे. किसी भी ठिकाने पर आरोपी ज्यादा देर तक नहीं रुके. फिलहाल दोनों आरोपियों (अजीत सहरावत और विनय कलवानी) कैदी सुरक्षा वार्ड में रखा गया है. जहां उनका इलाज चल रहा है. पुलिस के साथ मुठभेड़ में दोनों आरोपियों के पैर में गोली लग गई थी. जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया.

गुरुग्राम में ब्लास्ट की बना रहे थे योजना: पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि चंडीगढ़ में धमाकों के बाद आरोपी गुरुग्राम के पबों में धमाके करने की योजना बना रहे थे. गैंगस्टरों ने गुरुग्राम के पब मालिकों को धमकी दे रखी थी कि चंडीगढ़ की तरह तुम्हारे पबों में धमाके करेंगे. आरोपी विनय और अजीत के पास दो से तीन बम बच गए थे. वारदात के बाद वो बम दूसरे गुर्गों को सौंप दिए थे. पुलिस इस मामले में दोनों के साथियों की तलाश कर रही है.

आरोपियों ने गैंगस्टर से ली एडवांस पेमेंट: आरोपियों के मुताबिक 95 हजार रुपये दो बार में रणदीप मलिक ने विनय के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए थे. दो किस्तों में अजीत को रुपये ट्रांसफर किए थे. पहली किस्त चालीस हजार और दूसरी किश्त पैसठ हजार रुपये किश्त दी थी. पुलिस अभी ये जानकारी जुटा रही है कि कितने रुपयों में सौदा हुआ था. पुलिस ये भी पता लगा रही है कि रणदीप का गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई से क्या कनेक्शन है.

पानीपत का रहने वाला है मुख्य आरोपी: पुलिस पूछताछ में पता चला है कि यूएसए से रणदीप मालिक नाम के शख्स ने आरोपी विनय कालवानी की गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से फोन पर बातचीत करवाई थी. पुलिस के अनुसार रणदीप मलिक पानीपत का रहने वाला है. वो नौ साल पहले यूएएस गया था. उसके खिलाफ हरियाणा में आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. वारदात के बाद आरोपी सुंदर नगर के समीप एक कमरे में हुक्का पीने के लिए रुके थे. दोनों इस ठिकाने पर ज्यादा देर नहीं रुके.

सिग्नल एप से होती थी बात: रणदीप पेटवाड़ ने जेल में जाने से पहले विनय को फोन में सिग्नल एप डाऊलोड करवाई थी. इसके जरिए रणदीप के संपर्क में थे. जो बात होती. ऐप के जरिए विनय ही रणदीप से करता था. दोनों आरोपियों ने पुलिस के सामने कबूला था कि यूएसए के गैंगस्टर बराड के गुर्गे रणदीप मलिक से फोन पर बात हुई थी. उसके कहने पर घटना को अंजाम दिया था. चंड़ीगड क्राइम ब्रांच पुलिस ने एसआई नीरज के नेतृत्व में हिसार में डेरा डाल रखा है.

जेल वार्डन है आरोपी विनय की मां: विनय कलवानी आईएसओ का प्रधान रहा है. विनय पर छात्र पर हमला करने का हिसार अर्बन एस्टेट थाने में मुकदमा भी दर्ज है. विनय की मां जेल वार्डन है, जबकि पिता खेती करते हैं. वो कबड्डी का नेशनल प्लेयर रहा है. विनय इकलौता बेटा है. उसकी तीन बहनें हैं. ग्रामीणों के अनुसार विनय का किसी विवाद में नाम सामने नहीं आया. कई साल पहले कॉलेज के झगड़े में नाम आया था. बाद में समझौता हो गया था.

अजीत सहरावत पर आपराधिक मामले दर्ज: दूसरा आरोपी अजीत सहरावत है. जिसके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. अजीत तीन बहन भाइयों में सबसे छोटा है. पिता की मौत हो चुकी है. ग्रामीणों के अनुसार बड़ा भाई नशे का आदी है और मां कैंसर की मरीज है. अजीत का गांव में व्यवहार ठीक है. गांव में किसी के साथ झगड़ा नहीं हुआ था. अजीत पहले दूसरे दिन दिखता था. बाद में बाद में दस पंद्रह दिनों में आता. हर बार नई लग्जरी गाड़ी में वो आता था. अजीत का देवा गांव में नानका है. आरोपी विनय के मकान से कुछ ही दूरी है. दोनों की वहीं पर दोस्ती हुई थी. विनय ने हिसार में पीजी लिया हुआ है अजीत उससे मिलने आता रहता था.

ये भी पढ़ें- चंडीगढ़ क्लब ब्लास्ट मामला: मुठभेड़ के बाद दो आरोपी हिसार से गिरफ्तार, पुलिस को ऐसे मिला सुराग

ये भी पढ़ें- चंडीगढ़ बम ब्लास्ट में बड़ा खुलासा, लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ ने ली धमाके की जिम्मेदारी, कहा- प्रोटेक्शन मनी नहीं दी

हिसार: चंडीगढ़ ब्लास्ट के आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. आरोपियों को मुताबिक चंडीगढ़ में नाइट क्लब के बाहर ब्लास्ट करने के बाद वो गुरुग्राम के पबों में धमाके करने वाले थे. ये सारी प्लानिंग गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की थी. यूएसए में रह रहे लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे रणदीप मलिक ने आरोपी विनय की बात फोन पर गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से करवाई थी. आरोपियों ने गैंगस्टर से इस काम के लिए एडवांस पेमेंट ली थी.

चंडीगढ़ ब्लास्ट के बाद ठिकाने बदल रहे थे आरोपी: चंडीगढ़ में ब्लास्ट के बाद से आरोपी अपने ठिकाने बदल रहे थे. किसी भी ठिकाने पर आरोपी ज्यादा देर तक नहीं रुके. फिलहाल दोनों आरोपियों (अजीत सहरावत और विनय कलवानी) कैदी सुरक्षा वार्ड में रखा गया है. जहां उनका इलाज चल रहा है. पुलिस के साथ मुठभेड़ में दोनों आरोपियों के पैर में गोली लग गई थी. जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया.

गुरुग्राम में ब्लास्ट की बना रहे थे योजना: पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि चंडीगढ़ में धमाकों के बाद आरोपी गुरुग्राम के पबों में धमाके करने की योजना बना रहे थे. गैंगस्टरों ने गुरुग्राम के पब मालिकों को धमकी दे रखी थी कि चंडीगढ़ की तरह तुम्हारे पबों में धमाके करेंगे. आरोपी विनय और अजीत के पास दो से तीन बम बच गए थे. वारदात के बाद वो बम दूसरे गुर्गों को सौंप दिए थे. पुलिस इस मामले में दोनों के साथियों की तलाश कर रही है.

आरोपियों ने गैंगस्टर से ली एडवांस पेमेंट: आरोपियों के मुताबिक 95 हजार रुपये दो बार में रणदीप मलिक ने विनय के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किए थे. दो किस्तों में अजीत को रुपये ट्रांसफर किए थे. पहली किस्त चालीस हजार और दूसरी किश्त पैसठ हजार रुपये किश्त दी थी. पुलिस अभी ये जानकारी जुटा रही है कि कितने रुपयों में सौदा हुआ था. पुलिस ये भी पता लगा रही है कि रणदीप का गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई से क्या कनेक्शन है.

पानीपत का रहने वाला है मुख्य आरोपी: पुलिस पूछताछ में पता चला है कि यूएसए से रणदीप मालिक नाम के शख्स ने आरोपी विनय कालवानी की गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से फोन पर बातचीत करवाई थी. पुलिस के अनुसार रणदीप मलिक पानीपत का रहने वाला है. वो नौ साल पहले यूएएस गया था. उसके खिलाफ हरियाणा में आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. वारदात के बाद आरोपी सुंदर नगर के समीप एक कमरे में हुक्का पीने के लिए रुके थे. दोनों इस ठिकाने पर ज्यादा देर नहीं रुके.

सिग्नल एप से होती थी बात: रणदीप पेटवाड़ ने जेल में जाने से पहले विनय को फोन में सिग्नल एप डाऊलोड करवाई थी. इसके जरिए रणदीप के संपर्क में थे. जो बात होती. ऐप के जरिए विनय ही रणदीप से करता था. दोनों आरोपियों ने पुलिस के सामने कबूला था कि यूएसए के गैंगस्टर बराड के गुर्गे रणदीप मलिक से फोन पर बात हुई थी. उसके कहने पर घटना को अंजाम दिया था. चंड़ीगड क्राइम ब्रांच पुलिस ने एसआई नीरज के नेतृत्व में हिसार में डेरा डाल रखा है.

जेल वार्डन है आरोपी विनय की मां: विनय कलवानी आईएसओ का प्रधान रहा है. विनय पर छात्र पर हमला करने का हिसार अर्बन एस्टेट थाने में मुकदमा भी दर्ज है. विनय की मां जेल वार्डन है, जबकि पिता खेती करते हैं. वो कबड्डी का नेशनल प्लेयर रहा है. विनय इकलौता बेटा है. उसकी तीन बहनें हैं. ग्रामीणों के अनुसार विनय का किसी विवाद में नाम सामने नहीं आया. कई साल पहले कॉलेज के झगड़े में नाम आया था. बाद में समझौता हो गया था.

अजीत सहरावत पर आपराधिक मामले दर्ज: दूसरा आरोपी अजीत सहरावत है. जिसके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. अजीत तीन बहन भाइयों में सबसे छोटा है. पिता की मौत हो चुकी है. ग्रामीणों के अनुसार बड़ा भाई नशे का आदी है और मां कैंसर की मरीज है. अजीत का गांव में व्यवहार ठीक है. गांव में किसी के साथ झगड़ा नहीं हुआ था. अजीत पहले दूसरे दिन दिखता था. बाद में बाद में दस पंद्रह दिनों में आता. हर बार नई लग्जरी गाड़ी में वो आता था. अजीत का देवा गांव में नानका है. आरोपी विनय के मकान से कुछ ही दूरी है. दोनों की वहीं पर दोस्ती हुई थी. विनय ने हिसार में पीजी लिया हुआ है अजीत उससे मिलने आता रहता था.

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