सरायकेला: आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी पूरे राज्य में परिवर्तन यात्रा निकाल रही है. इसी क्रम में बुधवार को सरायकेला में बीजेपी की परिवर्तन यात्रा पहुंची. इस दौरान पूर्व सीएम और बीजेपी नेता चंपाई सोरेन ने कहा कि रैली में मौजूद भीड़ यह संकेत दे रही है कि परिवर्तन निश्चित होगा.
चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड में संघर्ष करने के बाद पांच महीने तक सत्ता संभालने का मौका मिला. कैलेंडर बनाकर आईने की तरह योजनाओं को स्वीकृत किया. चंपाई ने मंईयां सम्मान योजना पर बोला कि आज जिस योजना के नाम सरकार छाती ठोकती है उसे मैंने लाया था. चाहे बहाली हो या फ्री में बालू देना यह सारे मेरे काम थे. संथाल परगना की धरती में 1855 में सिदो-कान्हू ने तीर के नोक से संथाल परगना बनाया और कास्तकारी अधिनियम बनाया.
आदिवासियों के अस्तित्व पर मंडरा रहा खतरा
चंपाई ने झामुमो को घेरते हुए बोला कि आज आदिवासियों का अस्तित्व संकट में आ गया है. संथाल परगना के लोगों ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद को स्वीकार नहीं किया. लेकिन आज उसी धरती में बांग्लादेशी घुसकर जमीन पर कब्जा कर रहे हैं. सामाजिक व्यवस्था को तोड़ रहे हैं. इस घुसपैठ को सिर्फ बीजेपी ही रोक सकती है. इस लिए मैं एक क्षेत्रीय पार्टी से निकल कर बीजेपी में शामिल हुआ.
उत्पाद बहाली दौड़ में 17 अभर्थियों की मौत हो गई. जबकि नियम यह था कि पहले परीक्षा होगी उसके बाद दौड़ होगी. लेकिन 5 लाख बच्चों को 600 पदों के लिए दौड़ाया गया. अर्जुन मुंडा ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाने का श्रेय बीजेपी को जाता है. उन्होंने कहा कि कोल्हान में जितने भी गोलीकांड हुए सभी कांग्रेस के शासन काल में हुए. अगर माटी और जंगल बचाना है तो परिवर्तन लाना है. राज्य की जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकना है.
ये भी पढ़ें- जमशेदपुर के पोटका विधानसभा में गरजे अर्जुन मुंडा और चंपाई, कहा- हेमंत सरकार आदिवासी विरोधी - BJP Parivartan Yatra