चाईबासा: गुआ गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए रविवार को नेताओं का हुजूम गुआ में उमड़ पड़ा. इस दौरान भाजपा नेताओं ने गुआ गोलीकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा नेता चंपाई सोरेन भी गुआ पहुंचे. उन्होंने शहीदों की बेदी पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
चंपाई सोरेन ने कांग्रेस पर साधा निशाना
इस मौके पर भाजपा नेता चंपाई सोरेन ने कहा कि गुआ गोलीकांड कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुआ था. एक लाइन में खड़ा कर के सभी आंदोलनकारियों को गोलियों से भून दिया गया था.
आदिवासी आंदोलन को नहीं समझ पाई कांग्रेस
उस दौरान कांग्रेस ने सारी हदें पार कर दी थीं. तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने कभी अलग राज्य देने के बारे में नहीं सोचा और न इसके लिए किसी भी प्रकार का काम का किया. उन्होंने कहा कि कोल्हान में जितने भी गोलीकांड हुए सभी कांग्रेस के शासन काल में हुए हैं. आदिवासी अलग राज्य और जल-जंगल-जमीन पर अधिकार के लिए लड़ाई लड़ रहे थे. आदिवासियों के आंदोलन को कांग्रेस कभी नहीं समझ नहीं पाई.
अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया अलग राज्य का दर्जा
सन 2000 में भाजपा की केंद्र सरकार में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने झारखंड के आदिवासियों-मूलवासियों का दर्द समझा और झारखंड को अलग राज्य का दर्जा दिया.
आदिवासियों के लिए खतरा है बांग्लादेशी घुसपैठ
उन्होंने कहा कि झारखंड में फिर एक बार जटिल समस्या उत्पन्न हो गई है और वो है बांग्लादेशी घुसपैठ की. इससे आदिवासियों का अस्तित्व आज संकट में है. आदिवासियों को बांग्लादेशी घुसपैठिए खत्म करने का काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि संथाल की धरती से 1855 में सिद्धो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो के नेतृत्व में अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी गई थी. हजारों पूर्वजों ने खून बहाया और संथाल परगना का नाम कर गए.
बीजेपी ही घुसपैठ के संकट से मुक्ति दिला सकती है
उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठ के संकट से अगर बचाना है तो दूसरा कोई राजनीतिक दल नहीं है, सिर्फ एक ही दल है भारतीय जनता दल. इसलिए मैंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है. हम इसी जगह से संघर्ष कर के संथाल परगना को बचाने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि झारखंड में निश्चित रूप से परिवर्तन की लहर है.
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