नई दिल्लीः दिल्ली के 100 पेट्रोल पंपों पर परिवहन विभाग की ओर से आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) बेस्ड सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. परिवहन विभाग सभी कैमरों को एक एप्लीकेशन से जोड़ने की तैयारी कर रहा है. परिवहन विभाग की ओर से 6 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया है. ऐसे में अब दिल्ली में किसी वाहन का पोल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टीफिकेट (पीयूसीसी) नहीं होगा तो कैमरे तीन सेकेंड में इसका पता लगा लेंगे. तीन घंटे के अंदर यदि कोई पीयूसी नहीं बनवाता है तो उसका आनलाइन चालान हो जाएगा.
परिवहन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे वाहनों के नंबर प्लेट को रीड कर महज तीन सेकेंड में पता कर लेंगे कि वाहन का वैध पीयूसीसी है या नहीं है. यदि किसी वाहन का वैध पीयूसीसी नहीं है और वह तीन तीन घंटे के भीतर प्रदूषण जांच नहीं करवाकर पीयूसीसी ले लेता है तो उसका आनलाइन चालान नहीं होगा. यदि कोई पीयूसीसी नहीं लेता है तो 10 हजार रुपये का चालान कट जाएगा.
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दिल्ली में अभी 25 पेट्रोल पंप पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. परिवहन विभाग 100 पेट्रोल पंप पर ये कैमरे लगाने की दिशा में काम कर रहा है. पिछले एक माह में पेट्रेल पंपों पर 88,347 वाहनों के पीयूसीसी की जांच की गई. इसमें 20,942 वाहनों के पास वैध पीयूसीसी नहीं मिले. परिवहन विभाग की ओर से दिल्ली के सभी जिलों में दो से तीन पेट्रोल पंप पर ऐसे कैमरे लगाए गए हैं. पीयूसीसी न होने पर एक महीने में 5,202 वाहन स्वामियों को 10-10 हजार रुपये के ई-चालान भेजा गया. बता दें कि पीयूसीसी न होने का संदेश जब वाहन स्वामियों के पास पहुंचा तो 15 हजार 740 वाहन मालिकों ने दो घंटों के भीतर पीयूसीसी बनवा लिया, जिससे उनका चालान होने से बच गया.
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