नई दिल्ली/गाजियाबाद: आगामी 9 अप्रैल से नव संवत्सर 2081 की शुरुआत हो रही है. हिंदू नववर्ष के साथ ही वासंतिक नवरात्रि भी शुरू हो जाती है. ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा ने बताया कि इस बार मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएंगी, जिसे ज्योतिष के अनुसार शुभ नहीं माना जाता है. वासंतिक नवरात्रि पूरे नौ दिन की होगी. इसमें 15 अप्रैल को दुर्गा सप्तमी, 16 अप्रैल को कन्या पूजन और 17 अप्रैल को रामनवमी मनाई जाएगी.
घटस्थापना का मुहूर्त: मंगलवार को सुबह 07:54 बजे से 09:50 बजे तक स्थिर लग्न और वृषभ लग्न में घट स्थापना का बहुत शुभ मुहूर्त है. वहीं सुबह 11:36 से दोपहर 12:24 AM अभिजित मुहूर्त है, जिसमें आप घटस्थापना कर सकते हैं. इसके अलावा दोपहर 02:24 बजे से 03:00 बजे तक सिंह लग्न में भी घट स्थापना की जा सकती है. दोपहर 3:00 बजे से 04:30 बजे तक राहुकाल रहेगा. इस दौरान घटस्थापना न करें.
घटस्थापना विधि: सुबह ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान कर साफ कपड़े पहनें. इसके बाद मंदिर में दो चौकियां लगाकर उन्हें सजाएं. बाएं और की चौकी पर चावल या रोली से अष्टदल बनाकर कलश की स्थापना करें. कलश के नीचे चावल गेहूं आदि अन्य रखने की परंपरा बहुत प्राचीन है. कलश में गंगाजल, चावल, सुपारी, बताशा और सिक्का डाल दें. फिर कलश पर कलावा लपेटकर उसके खुले हुए हिस्से पर आम या अशोक के पत्ते रखें.
इसके बाद कलश के ऊपर नारियल रख दें. वहीं, दाहिनी ओर रखी चौकी पर मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित करें और उन्हें चुनरी पहनाएं और उनका आवाह्न कर पुष्प, मिष्ठान, नैवेद्य आदि अर्पित करें. फिर दाहिनी ओर घी का दीप प्रज्वलित करें और माता की आरती करें. इसके बाद परिवार के सदस्यों में प्रसाद वितरित करें.
DISCLAIMER: यह खबर धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है. ETV भारत इसमें दी गई किसी विधि या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की राय अवश्य लें.
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