मसौढ़ी: लोक आस्था का चार दिवसीय महापर्व चैती छठ का उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य देकर समापन हुआ. ऐसे में राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी के सुप्रसिद्ध मणीचक धाम पर आस्था का जनसैलाब नजर आया. हजारों की संख्या में छठ व्रतियों ने मणिचक धाम पर छठ पूजा की. वहीं पूरे मसौढ़ी अनुमंडल में 64 छठ घाट बनाए गए थे, जिसमें 13 छठ घाट को अति संवेदनशील घोषित किया गया था, जहां पर पुलिस प्रशासन की विशेष चौकसी देखी गई.
64 छठ घाटों पर दिया गया अर्घ्य: घाटों पर हर जगह पर सीसीटीवी, ड्रोन कैमरा, वॉच टावर इसके अलावा तमाम चौक चौराहे पर पुलिस का पहरा दिखा. मसौढ़ी, धनरूआ और पुनपुन तीनों प्रखंड में तकरीबन 64 घाटों पर छठ महापर्व संपन्न हुआ. मसौढ़ी मणिचक धाम पर अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, थानाध्यक्ष, महिला पुलिस बल और श्री विष्णु सूर्य मंदिर कमेटी के वालंटियर सुरक्षा के लिए तैनात रहे. तालाब के घाटों पर गोताखोरों की व्यवस्था भी की गई थी.
ऐतिहासिक है ये छठ घाट: एसडीएम अमित कुमार पटेल ने कहा कि "छठ पर्व शांति से संपन्न होने पर सभी मसौढ़ी वासियों को बधाई. मसौढ़ी का मणिचक सूर्य मंदिर छठ धाम कई मायनो में पौराणिक और ऐतिहासिक है." बता दें कि इस घाट को लेकर कहा जाता है कि संतान सुख की प्राप्ति और कुष्ठ निवारण को लेकर दूर-दूर से लोग इस धाम पर आते हैं और छठ व्रत करते हैं. चैती छठ और कार्तिक छठ के महीने में हजारों का हूजूम यहां उमड़ता है.
"चैती छठ को लेकर पूरे मसौढ़ी अनुमंडल में 64 छठ घाट बनाए गए हैं, सभी प्रखंडों में सभी जगह पर पुलिस प्रशासन की विशेष टीम तैनात की गई थी, इसके अलावा सभी चौराहों पर भी दंडाधिकारी की तैनाती की गई थी. घाट पर छठवर्तियों के लिए सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है."-नवल भारती, सचिव, श्री विष्णु सूर्य मंदिर छठ धाम