रायपुर : छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले शिक्षकों ने गांधी जयंती के दिन सत्याग्रह पदयात्रा निकाली. अपनी मांग को लेकर शिक्षकों ने गांधीवादी तरीके से प्रदर्शन किया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा है. अपनी मांग को लेकर छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा 14 अक्टूबर से 25 नवंबर तक चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे. छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा की प्रमुख मांगों में पुरानी सेवा गणना, वेतन विसंगति, क्रमोन्नति, पदोन्नति और केंद्र के समान DA, HRA की मांग शामिल है.
वेतन विसंगति को लेकर उठाई आवाज : मोर्चा के प्रांत संचालक वीरेंद्र दुबे ने बताया, हम समस्त संविलियन प्राप्त शिक्षक विभिन्न विसंगतियों से घिरे हुए हैं, जिसमें प्रमुख रूप से प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना न कर संविलियन तिथि से समस्त लाभ दिए जाने के शासन के निर्णय से पूरा शिक्षक एल बी संवर्ग ठगा सा महसूस कर रहा है. पदोन्नति सभी वर्गों में न होने की वजह से एक ही पद में 20 से 24 साल भी हो गए है, जिससे शिक्षक एल बी संवर्ग का मनोबल टूट रहा है.
प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना न कर संविलियन तिथि से गणना करने पर न तो पुरानी पेंशन में पूर्ण पेंशन मिलेगा, न ही ग्रेज्युटी का पूरा लाभ मिलेगा, न क्रमोन्नति/समयमान का लाभ मिल पा रहा है. इससे वेतन में भारी विसंगति आ गई है. : वीरेंद्र दुबे, प्रांत संचालक, छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा
आक्रामक आंदोलन करने की दी चेतावनी : शिक्षक मोर्चा के प्रांत संचालकों का कहना है कि इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए विभागीय अधिकारियों से कई दौर की बात भी हो चुकी है. लेकिन अब तक अपेक्षित परिणाम नहीं मिला है. इसी वजह से शिक्षक LB संवर्ग में बारी नाराजगी व्याप्त है. साथ ही उन्होंने आगामी आंदोलन में प्रदेश के समस्त शिक्षक lb नेताओं को आंदोलन मे शामिल होकर मजबूती प्रदान करने अपील की.
ज्ञापन व पत्राचार से शासन को अपनी मांगों से अवगत करा चुके हैं. अब मजबूरन हमें आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है. यदि सरकार आज के सत्याग्रह पदयात्रा के बाद भी हमारी मांगो की अनदेखी करती है तो हम सभी शिक्षक एल बी आक्रामक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. : संजय शर्मा, प्रांत संचालक, छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने के सभी प्रांत संचालकों ने आगामी आंदोलन कार्यक्रम को आम शिक्षक और एल बी संवर्ग के समक्ष रखा है. प्रांत संचालकों का कहना है कि यदि हमारी मांगे सरकार पूरा नहीं करती है तो आने वाले महीनों में आंदोलन को नया आयाम दिया जाएगा और अपनी मांग सरकार तक पहुंचाई जायेगी.
चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेगा छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा :
- 14 अक्टूबर - सभी जिला मुख्यालय में मुख्यमंत्री के नाम मूल मांग सहित देय तिथि से लंबित मंहगाई भत्ता व एरियर्स की मांग हेतु कलेक्टर को ज्ञापन दिया जायेगा.
- 1 नवम्बर - राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेश भर के शिक्षक, पूर्व सेवागणना दीप जलाकर अपनी सेल्फी, फोटो सहित समस्त सोशल मीडिया व समाचार पत्रों में व्यापक प्रचार प्रसार किया जाएगा.
- 11 नवम्बर - छग के 146 विकासखण्ड में मुख्यमंत्री के नाम SDM, BEO और तहसीलदार को समस्त शिक्षकों की उपस्थिति में ज्ञापन दिया जाएगा.
- 12 से 24 नवम्बर - इस दौरान मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, जिला, जनपद, पंचायत सभी स्तर के जनप्रतिनिधियों को पुरानी सेवा गणना करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा जाएगा.
- 25 नवम्बर - मोर्चा प्रदेश भर के पदाधिकारी राजधानी रायपुर के इंद्रावती से महानदी भवन तक पैदल मार्च कर मंत्रालय में ज्ञापन सौंपा जाएगा.