नई दिल्ली / रायपुर : जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय जल पुरस्कार मिला है. कांकेर जिले के ग्राम पंचायत मासुलपानी को 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार समारोह में श्रेष्ठ पंचायत की श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
ग्राम पंचायत मासुलपानी को राष्ट्रीय जल पुरस्कार : मंगलवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में जल पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया. इस समारोह में केंद्रीय जलमंत्री सीआर पाटिल ने जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले राज्यों के गांवों को पुरस्कृत किया. इसी कड़ी में केंद्रीय जलमंत्री सीआर पाटिल ने छत्तीसगढ़ के ग्राम पंचायत मासुलपानी की सरपंच रमिया नेताम को श्रेष्ठ पंचायत की कैटेगरी में द्वितीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया.
जल संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए कांकेर जिले के ग्राम पंचायत मासुलपानी को 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार समारोह में श्रेष्ठ पंचायत की श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया जाना प्रदेश के लिए गौरवपूर्ण क्षण है।
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) October 22, 2024
इस उपलब्धि पर ग्राम पंचायत मासुलपानी की सरपंच… pic.twitter.com/pJpBVI7jFz
जल संरक्षण की दिशा में नवाचार : जल संरक्षण के क्षेत्र में मासुलपानी पंचायत ने उल्लेखनीय कार्य किया है. इस ग्राम पंचायत में 161 जल शेड संरचनाएं बनाई गई हैं, जिनमें 99 फार्म तालाब शामिल हैं. इसके अलावा, साल 2023 के दौरान मासुलपानी पंचायत ने 39 नंबर ब्रशवुड, एक सामुदायिक तालाब डी-सिल्टिंग, 2 कुएं, 2 भूमिगत बांध, 3 गेबियन तैयार किए. इसके साथ ही अन्य स्ट्रक्चर का निर्माण कराया. इसके चलते लोगों ने सिंचाई के लिए सतही जल का उपयोग करना शुरू किया है. जल संरक्षण और इसके समुचित उपयोग की दिशा में इस नवाचार के लिए ग्राम पंचायत मासुलपानी को पुरस्कृत किया गया है.
राष्ट्रीय जल पुरस्कार का महत्व : जल शक्ति मंत्रालय, राष्ट्रीय स्तर पर जल प्रबंधन और जल संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए व्यापक अभियान चला रहा है. इस अभियान के तहत लोगों को जल के महत्व के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
राष्ट्रीय जल पुरस्कार, देश भर में व्यक्तियों और संगठनों द्वारा "जल समृद्ध भारत" के सरकार के विजन को पाने के लिए किए अच्छे काम पर केंद्रित है. लोगों में जल के महत्व को लेकर जागरूकता पैदा करने के लिए जल पुरस्कार दिया जाता है.