रायपुर : प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर कांग्रेस ने राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोला है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने लोहारीडीह मामले, हसदेव जंगल कटाई और भाजपा नेता आकाश सोलंकी की नोटों के साथ रील पर सरकार को कटघरे में खड़ा किया.
छत्तीसगढ़ पुलिस पर लापरवाही बरतने के आरोप : कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में कानून नाम की चीज नहीं है. आए दिन अपराधिक घटनाएं घट रही है. पुलिस उन घटनाओं को छुपाने और दबाने का प्रयास कर रही है. हत्या के मामले को आत्महत्या बता रही है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट बदली जा रही है. यदि पुलिस समय रहते उचित कार्रवाई करती तो प्रदेश में कई घटनाओं को होने से रोका जा सकता था.
मध्यप्रदेश की पुलिस ने लोहारीडीह के शिवप्रसाद की हत्या मामले में चार लोगों की गिरफ्तार किया है. मध्यप्रदेश पुलिस ने यह माना कि कचरू साहू की हत्या हुई थी. मध्यप्रदेश पुलिस की कार्रवाई से साफ है कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने मामले में लापरवाही बरती. उसने हत्या को आत्महत्या बताने का षडयंत्र रचा था, जिसके परिणाम स्परूप लोहारीडीह में जन आक्रोश भड़का और रघुनाथ साहू को उसके घर में जिंदा जला कर मार डाला गया. रघुनाथ साहू की हत्या के बाद पुलिस की कार्रवाई और पुलिस की कस्टडी में प्रशांत साहू की मौत हो गयी. : दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
दीपक बैज के पुलिस पर गंभीर आरोप : छत्तीसगढ़ पीसीसी प्रमुख दीपक बैज ने कहा, छत्तीसगढ़ पुलिस की लापरवाही से लोहारीडीह में तीन लोगों की जान गई. लोहारीडीह में हुई मॉब लीचिंग की घटना के लिये गृहमंत्री और पुलिस के अधिकारी कर्मचारी जिम्मेदार हैं. पुलिस प्रशासन ने लोहारीडीह की घटना में अपनी नाकामी पर पर्दा करने के लिए गांव के 167 सहित अन्य लोगों को अपराधी बनाया है, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है. मध्य प्रदेश की पुलिस छत्तीसगढ़ जाकर आरोपियों को ले जाती है, लेकिन यहां की पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश करती है.
पहले भी कहा था कि ये आत्महत्या नहीं, हत्या थी. यह मध्य प्रदेश पुलिस ने साबित किया. गृह मंत्री और छत्तीसगढ़ पुलिस ने इस मामले को क्यों दबाया? लोहारडीह में हुई तीनों मौत रुक सकती थी, इसके जिम्मेदार गृह मंत्री हैं. आइसके इशारे पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट बदली गई? इसका जिम्मेदार कौन है? सरकार की कई नाकामियों को दबाने प्रशासन ने विभाग को दांव पर लगा दिया. सरकार बताए इस मामले पर लीपापोती क्यों की गई? दो परिवार को बर्बाद करने का जिम्मेदार कौन है? : दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
गृहमंत्री से इस्तीफे की मांग : दीपक बैज ने कहा, मध्यप्रदेश पुलिस की कार्रवाई के बाद स्पष्ट हो गया कि कवर्धा पुलिस के उच्च अधिकारियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया की वजह से लोहारीडीह की घटना हुई. राज्य सरकार पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाए. पुलिस ने ठीक से विवेचना किये बगैर सिर्फ एक व्यक्ति विनोद साहू के बयान के आधार पर 167 लोगों को जेल में डाल दिया. पूरे गांव का बयान लेना था, उसके बाद कार्रवाई होना था.
कांग्रेस पार्टी मांग करती है गृह मंत्री तत्काल इस्तीफा दे. वे इस्तीफा नहीं देते हैं तो मुख्यमंत्री उनको बर्खास्त करे. लोहारीडीह की घटना की न्यायिक जांच की जाए. जेल में बंद निर्दोष लोगों को रिहा किया जाए. पुलिस के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए. : दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
"सरकार के इशारे पर हसदेव में जंगल काट रहे": हसदेव में जंगल कटाई और आदिवासियों पर लाठीचार्ज मामले में दीपक बैज ने कहा, आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी प्रताड़ित हैं. भाजपा सरकार बनने के बाद सरकार की सांठगांठ से हसदेव में जंगल की कटाई का काम लगातार जारी है. जन भावनाओं के अनुरूप पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने हसदेव में कटाई पर रोक लगाया था. आवंटित खदान को निरस्त करने केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा था.
हसदेव में जंगल कटाई का विरोध कर रहे ग्रामीणों, आदिवासियों पर सरकार के इशारे पर हमला किया गया. लाठीचार्ज किया गया. इस पूरे मामले में बड़ी संख्या में आदिवासी और स्थानीय ग्रामीण घायल हुए हैं. कांग्रेस इस हमले की कड़ी निंदा करती है. : दीपक बैज, पीसीसी चीफ, छत्तीसगढ़
सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग : दीपक बैज ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कहते हैं हसदेव में कटाई नहीं हो रही है. वे कौन लोग हैं, जो जंगल काट रहे हैं. मुख्यमंत्री स्पष्ट करें कि हसदेव के वन की कटाई किसके इशारे पर हो रही? किसको फायदा पहुंचाने सरकार जन भावनाओं के खिलाफ कटाई करवा रही है? पुलिस जंगल काटने वालों को संरक्षण क्यों दे रही है? हसदेव जंगल कटाई मामले में सरकार श्वेत पत्र जारी करे. आदिवासियों पर, ग्रामीणों पर हमला करने वाले और लाठीचार्ज करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
"बेरोजगार भाजपा नेता के लाखों रुपए की जांच हो": भाजपा नेता आकाश सोलंकी की नोटों के साथ रील पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, भानुप्रतापपुर के मंडल अध्यक्ष बेरोजगार आकाश सोलंकी अपनी कार में लाखों रुपए के नोट की गड्डी रखकर रील बनाते हैं. यह सरकार का भ्रष्टाचार का नमूना है. आखिर बेरोजगार युवक के पास इतना पैसा कहां से आया. राज्य सरकार को इसकी जांच करनी चाहिए और आयकर विभाग भी संज्ञान में ले. आम नागरिक अपने साथ 2 लाख रुपए से अधिक की नगद राशि रखकर यात्रा नहीं कर सकते. ऐसे में क्या भाजपा नेताओं को लाखों रुपए रखकर सफर करने की विशेष छूट दी गई है?
"आकाश सोलंकी ने रील बनाना स्वीकारा": मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कहते हैं कि उनकी सरकार को बदनाम करने के लिए फेक वीडियो बनाया गया है. जबकि भाजपा नेता आकाश सोलंकी स्वीकार कर रहे हैं कि नोटों के साथ रील उन्होंने बनाया है. ऐसे में यह बहुत जरूरी है कि इतनी बड़ी रकम लेकर भाजपा के नेता किसको देने जा रहे थे या किसी से अवैध वसूली कर आ रहे थे? यह बहुत ही गंभीर मामला है कि बेरोजगार युवा के पास इतनी बड़ी रकम कहां से आयी?