जयपुर: राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से शनिवार को दूसरे दिन भी समान पात्रता परीक्षा (स्नातक स्तर) के आयोजन में सख्ती बरती गई. अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा से ठीक एक घंटा पहले परीक्षा केंद्र के दरवाजे बंद कर दिए गए. वहीं, पहले 'नथिंग फिक्स्ड, फेयर सिस्टम' से लॉटरी निकालते हुए अभ्यर्थियों को कौन सा पेपर देना है, ये डिसाइड किया गया. पिछले दो दिन में आयोजित हुई परीक्षा में 13 लाख 4 हजार 144 परीक्षार्थियों में से 11 लाख 64 हजार 554 परीक्षार्थी उपस्थित रहे. परीक्षा में उपस्थिति 89.30 फीसदी रही है.
ड्रेस कोड का सख्ती से पालन : जयपुर के ब्रह्मपुरी स्थित एक केंद्र के अधीक्षक हनुमान सिंह भाटी ने बताया कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से ग्रेजुएशन लेवल की समान पात्रता परीक्षा आयोजित कराई जा रही है. पूरे राजस्थान में 13 लाख विद्यार्थी बैठ रहे हैं. इस परीक्षा को मद्देनजर रखते हुए केंद्र पर सारी व्यवस्था चाकचौबंद है. सुरक्षा की दृष्टि से आईडी देख कर प्रवेश दिया गया. ड्रेस कोड का भी पूरी तरह पालन किया गया. जो पूरी बाजू की शर्ट पहनकर आए थे, उन अभ्यर्थियों को बाहर से टी-शर्ट लाने का ऑप्शन दिया गया था. बाकी कुछ अभ्यर्थियों ने स्वेच्छा से शर्ट कटवाने का फैसला लिया. यहां महिला अभ्यर्थियों के बालों में से बड़े हेयर पिन भी हटवाए हैं. इसके अलावा चप्पल जूते भी परीक्षा कक्ष के बाहर ही खुलवाने का प्रयास है.
पढ़ें. समान पात्रता परीक्षा का आगाज, ड्रेस कोड की पालना नहीं करने वाले अभ्यर्थियों के कपड़ों पर चली कैंची
एक ऑप्शन भरना जरूरी : बोर्ड की ओर से परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को पूर्व में सूचित किया गया था कि नकल या अनुचित साधनों का उपयोग न करें. ऐसा करने वालों पर राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही उन्हें आगामी भर्ती परीक्षाओं से भी डिबार कर दिया जाएगा. वहीं, डमी अभ्यर्थियों को पकड़ने के लिए भी परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों से हैंडराइटिंग का नमूना लिया गया. परीक्षा में ओएमआर शीट में भी पांच ऑप्शन दिए गए हैं और अभ्यर्थियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि पांच में से किसी एक ऑप्शन को जरूर भरना होगा. यदि अभ्यर्थी 10% प्रश्नों के उत्तर नहीं भरेगा तो उसकी परीक्षा निरस्त कर दी जाएगी.