भोपाल: नवीकरणीय ऊर्जा को लेकर केन्द्र सरकार ने मोहन सरकार को बड़ा तोहफ दिया है. देश भर में नवीकरणीय ऊर्जा में लगने वाले उपकरण अब मध्यप्रदेश में ही बनाए जाएंगे. नवीकरणीय ऊर्जा के मेड इन इंडिया प्रोडक्ट निर्माण के लिए 8 राज्यों द्वारा केन्द्र को सौंपे गए प्रस्ताव में से मध्यप्रदेश का चयन किया गया है. मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम संभाग में देश का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरिंग का मेगा पार्क विकसित किया जाएगा. इसके लिए मोहन यादव मंत्रीमंडल बैठक में 884 एकड़ जमीन रिजर्व कर दी है.
हजारों करोड़ का होगा निवेश
मोहन सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि, ''केन्द्र की मोदी सरकार ने देश में नवीकरणीय ऊर्जा से 500 गीगाबाइट एनर्जी बनाने का लक्ष्य रखा था, इसमें मध्यप्रदेश सबसे आगे है. वहीं इसको लेकर केन्द्र सरकार ने नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन में लगने वाले सभी उपकरण देश में बनाए जा सकें, इसके लिए सभी राज्यों से प्रस्ताव बुलाए गए थे. इसमें से मध्यप्रदेश के प्रस्ताव को मोदी सरकार ने मंजूरी दे दी है. इसका मैन्युफैक्चरिंग पार्क डेवलप करने के लिए शुरूआती चरण में केन्द्र सरकार से 300 करोड़ की मदद मिलेगी. इस प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश में हजारों करोड़ का निवेश आएगा.''
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नर्मदापुरम समिट के लिए बुलाए जा रहे प्रस्ताव
मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, ''केन्द्र सरकार की इस सौगात के बाद राज्य सरकार तैयारियों में जुट गई है. पूर्व में नर्मदापुरम में उद्योगों के लिए 424 एकड़ भूमि आवंटित की गई थी, जिसे कैबिनेट में बढ़ाकर 884 एकड़ कर दिया गया है. जरूरत पड़ने पर और भी भूमि बढ़ाई जाएगी.'' उन्होंने कहा कि, ''7 दिसंबर को नर्मदापुरम में होने जा रही इंवेस्टर समिट में नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में उपकरण बनाने वाली कंपनियों को आमंत्रित किया जा रहा है. प्रदेश के अन्य संभागों में हुई रीजनल समिट में भी नवीकरणीय ऊर्जा को लेकर कई प्रस्ताव आए थे, इन्हें भी नर्मदापुरम समिट में रखा जाएगा.''