रुद्रप्रयाग: अगस्त्यमुनि विकासखंड के स्कूलों का सीडीओ जीएस खाती और सीईओ प्रमेंद्र कुमार बिष्ट ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने मध्याह्न भोजन और शिक्षा की गुणवत्ता की जानकारी ली. सीडीओ ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय गांधीपुर, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नगरासू, शहीद चंद्र सिंह सेना मेडल राइंका नगरासू, राजकीय कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय रतूड़ा, जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डायट) का निरीक्षण कर शिक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया. वहीं, राइंका नगरासू में प्रभारी प्रधानाचार्य के वेतन रोकने के निर्देश भी दिए.
मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश: मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती ने मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता का जायजा लिया. साथ ही प्रधानाध्यापक और भोजन माताओं को निर्देश दिए कि बच्चों को जो भी भोजन उपलब्ध कराया जाता है, उसकी गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए. गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की कोई लापरवाही और शिथिलता न बरती जाए. उन्होंने भोजन माताओं से साफ-सफाई का विशेष ध्यान देने और निर्धारित मेन्यू के अनुसार ही भोजन उपलब्ध कराने को कहा. इसके अलावा बच्चों को पौष्टिक आहार के रूप में हरी सब्जी भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
सीडीओ जीएस खाती ने राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय नगरासू में फेंसिंग भवन की मरम्मत, रंग रोगन के कार्यों की गुणवत्ता ठीक न पाए जाने और भवन में विद्युत कनेक्शन उपलब्ध कराए जाने पर नाराजगी व्यक्त की. इस संबंध में मुख्य शिक्षा अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए. इसके अलावा विद्यालय परिसर में संचालित विज्ञान प्रयोगशाला में रख रखाव ठीक ढंग से न होने और बेहतर सफाई व्यवस्था न होने पर संबंधित शिक्षक को एक हफ्ते के भीतर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए.
राइंका नगरासू के प्रभारी प्रधानाचार्य का रोका वेतन: वहीं, राजकीय इंटर कॉलेज नगरासू में बिना अवकाश स्वीकृत कराए ही अवकाश पर गए प्रभारी प्रधानाचार्य पर कड़ी कार्रवाई की. मुख्य विकास अधिकारी ने मामले में मुख्य शिक्षा अधिकारी को संबंधित प्रधानाचार्य का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं. इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने छात्र-छात्राओं से अंग्रेजी और गणित विषय के प्रश्न पूछे. साथ ही उन्हें गणित विषय के संबंधित सूत्र भी बताए.
डीएलएड प्रशिक्षणार्थियों से किया संवाद: रुद्रप्रयाग मुख्य विकास अधिकारी ने जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे डीएलएड के प्रशिक्षणार्थियों से भी संवाद किया. उन्होंने प्रशिक्षण ले रहे छात्र-छात्राओं का हौसला अफजाई किया. उन्होंने कहा कि उन्हें बच्चों के सुनहरे भविष्य को मजबूत करने का अवसर मिला है. इसके लिए उन्हें सकारात्मक दृष्टिकोण से ही प्रशिक्षण प्राप्त करें. ताकि, वो बच्चों की बेहतरी के लिए गुणवत्ता शिक्षा उपलब्ध करा सकें.
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