नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने राजस्थान और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली से संबद्ध 27 स्कूलों में छापेमारी के दौरान मिली अनियमितताओं को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया है. करीब एक सप्ताह पहले इन स्कूलों में सीबीएसई के अधिकारियों ने निरीक्षणों के दौरान बोर्ड के नियमों के कई उल्लंघनों की पहचान की थी. गड़बड़ियों में प्रमुख रूप से इन स्कूलों में बच्चों का दाखिला सीबीएसई द्वारा निर्धारित मानक से कहीं अधिक संख्या में किया गया था. साथ ही बच्चों की उपस्थिति भी संख्या के हिसाब से कम मिली.
छापों से पता चला कि स्कूलों ने कक्षा 11 और 12 में निर्धारित संख्या से अधिक छात्रों को दाखिला दे रखा था और उनमें से बहुत कम छात्र शारीरिक रूप से कक्षाओं में मौजूद थे. इससे यह बात सामने आई कि स्कूल ने जितने बच्चों को दाखिला दिया है उतने बच्चों कक्षा में बैठाने की जगह स्कूलों के पास नहीं थी. इसके अलावा, इन स्कूलों द्वारा बनाए गए उपस्थिति के आंकड़ों में भी गड़बड़ी पाई गईं, जिससे सीबीएसई बोर्ड को नियमों के अनुपालन पर संदेह पैदा हुआ.
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यह पाया गया कि कुछ संस्थान शिक्षा की गुणवत्ता और छात्रों की सुरक्षा से समझौता करते हुए बोर्ड द्वारा निर्धारित बुनियादी ढांचे की कमी का उल्लंघन कर रहे थे. इन कुल 27 स्कूलों में दिल्ली ईस्ट और वेस्ट रीजन के 22 स्कूल और राजस्थान के अजमेर रीजन के पांच स्कूल शामिल हैं. सीबीएसई बोर्ड की ओर से स्कूलों से छात्रों के दाखिले और बुनियादी ढांचे के मानकों के पालन के संबंध में जवाब मांगा गया है.
सीबीएसई के सचिव हिमांशु गुप्ता ने इन स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. सीबीएसई बोर्ड का कहना है कि वह शिक्षा के उच्चतम मानकों को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है और अपने सभी संस्थानों में अनुपालन की निरंतर निगरानी जारी रखेगा.
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