साहिबगंज: अवैध खनन मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम पांच दिन बाद रांची लौट गई. पांच दिनों तक टीम ने विभिन्न तरीके से कई जगहों पर जाकर जांच की. उम्मीद की जा रही है कि मार्च अंत तक जांच पूरी हो जाएगी.
बता दें कि गुरुवार की रात दस बजे भागलपुर रांची वनांचल एक्सप्रेस से सीबीआई की टीम रांची लौट गई. तीन दिन तक सिमरिया मौजा में वर्तमान डीएमओ कृष्ण कांत किस्कू, पूर्व डीएमओ विभूति कुमार को बुलाकर खनन की सीबीआई ने जांच की. इस बार सर्वेयर टीम को बुलाकर मापी कराई गई. यहां तक कि गोताखोर को बुलाकर खदान में जमे पानी के अंदर से मापी कराई गई. जिला में 1250 करोड़ के अवैध खनन की जांच सीबीआई कर रही है.
गुरुवार को तालझारी के बांसकोला में हुए अवैध खनन की जांच टीम ने की. सीबीआई उन्हीं लोगों के खिलाफ अवैध खनन जांच कर रही है, जिस पर भवानीचौकी के ग्राम प्रधान सह ईडी के गवाह विजय हांसदा ने केस दर्ज किया था. पिछले दिनों सीबीआई ने सर्किट हाउस में संजय यादव (गोरा) और संजय यादव (काला) से पूछताछ की है। इन दोनों पर विजय हांसदा ने केस दर्ज कराया है. वास्तव में दोनों चचेरे भाई हैं. दोनों जेल में बंद पंकज मिश्रा के सहयोगी हैं.
सीबीआई डीएसपी ब्रजेश कुमार सहित छह अधिकारियों की टीम ने पांच दिन रहकर जांच की. उम्मीद की जा रही है कि इस महीने के अंत तक जांच रिपोर्ट सीबीआई हाइकोर्ट को सुपूर्द कर देगी. जिसके बाद अप्रैल महीने से आगे की कार्रवाई भी शुरू हो सकती है. प्राप्त सूत्रों के अनुसार इस बार सीबीआई की जांच में मापी के दौरान पहले की तुलना में अंतर हुआ है. मापी के दौरान खनन का दायरा बढ़ा है.
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