जयपुर. केंद्रीय सरकार की स्वास्थ्य योजना में एम्पैनल्मेंट के लिए घूसखोरी के एक मामले को लेकर सीबीआई ने जयपुर और अजमेर में तलाशी अभियान चलाया. इस संबंध में सीबीआई ने कुछ दिन पहले केस दर्ज किया था. जिसमें जांच जारी है.
सीबीआई की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि सीजीएचएस, जयपुर के अपर निदेशक से मिली शिकायत के आधार पर सीजीएचएस के एलडीसी, अजमेर स्थित एक निजी अस्पताल के प्रतिनिधि और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इसमें आरोप है कि अपर निदेशक, सीजीएचएस के कार्यालय में काम करने के दौरान आरोपी एलडीसी ने सीजीएचएस में सूचीबद्ध (एम्पेनल) होने के इच्छुक निजी अस्पतालों से रिश्वत ली और अपने पद का दुरूपयोग किया. आरोपी एलडीसी ने एक निजी हॉस्पिटल की महिला प्रतिनिधि व अन्य के साथ मिलकर यह षड़यंत्र रचा था. सीबीआई ने यह मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपियों के अजमेर और जयपुर स्थित तीन ठिकानों की तलाशी ली है. जहां से आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए हैं. बयान में बताया गया है कि इस मामले की आगे की जांच जारी है.
शंकर मीणा हत्याकांड में भी सीबीआई ने दर्ज किया केस : पीपलू के चर्चित शंकर मीणा हत्याकांड के मामले में भी सीबीआई ने मुकदमा दर्ज किया है. इस मामले में टोंक के पीपलू में उस समय तैनात पुलिस कर्मियों के साथ ही बजरी खनन से जुड़े लोगों के भी नाम हैं. सीबीआई सूत्रों के अनुसार, 27 जून 2023 को शंकर मीणा का शव मिला था. उसके भाई पिंटू मीणा की याचिका पर हाईकोर्ट के आदेश से अब सीबीआई ने इस संबंध में केस दर्ज किया है. इसमें बजरी ठेका फर्म के चेयरमैन, कर्मचारियों और पुलिसकर्मियों सहित 14 लोगों के नाम हैं.