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सहारनपुर में जमीन कब्जे को लेकर बवाल ; बाबा साहेब की मूर्ति पर पथराव की फैलाई अफवाह, 25 से ज्यादा लोगों के खिलाफ FIR

सूचना पाकर मौके पर पहुंचे अधिकारी, राजस्व टीम को बुलाकर कराई गई जांच

सहारनपुर में विवाद के बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी
सहारनपुर में विवाद के बाद मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी (Photo credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 8, 2024, 1:44 PM IST

सहारनपुर बेहट : कोतवाली बेहट इलाके के गांव रवासोली में बाबा साहेब की मूर्ति पर पथराव की अफवाह के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में एसडीएम, सीओ, इंस्पेक्टर सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद पुलिस जांच में सूचना गलत पाई गई. जांच में जमीन पर कब्जा किए जाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने महिलाओं सहित 15 नामजद व 10 से 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

एसपी देहात सागर जैन ने दी जानकारी (Video credit: ETV Bharat)


पुलिस के मुताबिक, मामला कोतवाली बेहट इलाके के गांव रवासोली का है. पुलिस को गांव में डॉ. भीमराव बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति पर पथराव की सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और उच्चाधिकारियों को सूचना देने के साथ ही भीड़ को तितर बितर किया. सूचना मिलते ही एसडीएम मानवेंद्र सिंह, सीओ अभितेष सिंह, इंस्पेक्टर सत्येंद्र प्रकाश सिंह भारी फोर्स के साथ गांव में पहुंचे. अधिकारियों ने बताया कि जांच पड़ताल में पता चला कि गांव के बाहरी छोर पर सड़क किनारे बाबा साहेब की मूर्ति लगी है. मूर्ति के पीछे ही गांव के रमेश, नरेश, सतीश, मांगा पुत्र ओमप्रकाश गुप्ता का खेत है. बताया जाता है कि खेत मलिक अपने खेत की तारबाड़ कर गेट लगाना चाह रहे थे.

उन्होंने बताया कि डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के पास गेट लगाए जाने को लेकर दलित समाज में रोष फैल गया और मौके पर काफी संख्या में महिला व पुरुष इकट्ठा हो गए. गुस्साए दलित समाज के लोगों ने दूसरे पक्ष पर ईंट पथराव कर दिया और खेत की तारबाड़ व खंबे तोड़ दिए और घटना को दूसरा रूप देते हुए पुलिस को मूर्ति पर पथराव करने की गलत सूचना दे दी. पुलिस ने मौके पर राजस्व टीम को बुलाकर कागजों की जांच पड़ताल करने के बाद गेट को वैध माना और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में तारबाड़ व खंबे तथा गेट लगवा दिया गया.

मामले को लेकर एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि एक पक्ष ने दूसरे पक्ष की जमीन पर कब्जा करने की नियत से खेत की तारबाड़ और खंबे तोड़ दिए और पुलिस को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर पथराव किए जाने की झूठी सूचना दी. पुलिस मामले को लेकर झूठी सूचना देने वालों और हंगामा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.

एसडीएम मानवेंद्र सिंह ने बताया कि गांव रवासोली में मूर्ति खंडित किए जाने की खबर मिली थी, लेकिन मौके पर पहुंचकर देखा तो मामला कुछ और था. किसान के खेत की तारबाड़, खंबे और गेट लगवा दिया गया है. क्षेत्र का माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.

इंस्पेक्टर बेहट सत्येंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि झूठी सूचना देने और किसान के खेत की तारबाड़ तोड़ने तथा ईंट पथराव करने के आरोप में पीड़ित 7 महिलाओं और 8 पुरुषों सहित कुल पंद्रह नामजद और 10 से 15 अज्ञात महिला पुरूषों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.

यह भी पढ़ें : झांसी में अराजकतत्वों ने क्षतिग्रस्त कर दी बाबा साहेब की प्रतिमा, मौके पर तनाव, पहुंची पुलिस

यह भी पढ़ें : अराजक तत्वों ने बाबा साहेब की प्रतिमा तोड़ी, लोगों की नाराजगी के बाद पुलिस ने उठाया ये कदम

सहारनपुर बेहट : कोतवाली बेहट इलाके के गांव रवासोली में बाबा साहेब की मूर्ति पर पथराव की अफवाह के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में एसडीएम, सीओ, इंस्पेक्टर सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे. जिसके बाद पुलिस जांच में सूचना गलत पाई गई. जांच में जमीन पर कब्जा किए जाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने महिलाओं सहित 15 नामजद व 10 से 15 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.

एसपी देहात सागर जैन ने दी जानकारी (Video credit: ETV Bharat)


पुलिस के मुताबिक, मामला कोतवाली बेहट इलाके के गांव रवासोली का है. पुलिस को गांव में डॉ. भीमराव बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति पर पथराव की सूचना मिली थी. जिसके बाद पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और उच्चाधिकारियों को सूचना देने के साथ ही भीड़ को तितर बितर किया. सूचना मिलते ही एसडीएम मानवेंद्र सिंह, सीओ अभितेष सिंह, इंस्पेक्टर सत्येंद्र प्रकाश सिंह भारी फोर्स के साथ गांव में पहुंचे. अधिकारियों ने बताया कि जांच पड़ताल में पता चला कि गांव के बाहरी छोर पर सड़क किनारे बाबा साहेब की मूर्ति लगी है. मूर्ति के पीछे ही गांव के रमेश, नरेश, सतीश, मांगा पुत्र ओमप्रकाश गुप्ता का खेत है. बताया जाता है कि खेत मलिक अपने खेत की तारबाड़ कर गेट लगाना चाह रहे थे.

उन्होंने बताया कि डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति के पास गेट लगाए जाने को लेकर दलित समाज में रोष फैल गया और मौके पर काफी संख्या में महिला व पुरुष इकट्ठा हो गए. गुस्साए दलित समाज के लोगों ने दूसरे पक्ष पर ईंट पथराव कर दिया और खेत की तारबाड़ व खंबे तोड़ दिए और घटना को दूसरा रूप देते हुए पुलिस को मूर्ति पर पथराव करने की गलत सूचना दे दी. पुलिस ने मौके पर राजस्व टीम को बुलाकर कागजों की जांच पड़ताल करने के बाद गेट को वैध माना और पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में तारबाड़ व खंबे तथा गेट लगवा दिया गया.

मामले को लेकर एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि एक पक्ष ने दूसरे पक्ष की जमीन पर कब्जा करने की नियत से खेत की तारबाड़ और खंबे तोड़ दिए और पुलिस को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर पथराव किए जाने की झूठी सूचना दी. पुलिस मामले को लेकर झूठी सूचना देने वालों और हंगामा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.

एसडीएम मानवेंद्र सिंह ने बताया कि गांव रवासोली में मूर्ति खंडित किए जाने की खबर मिली थी, लेकिन मौके पर पहुंचकर देखा तो मामला कुछ और था. किसान के खेत की तारबाड़, खंबे और गेट लगवा दिया गया है. क्षेत्र का माहौल खराब करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.

इंस्पेक्टर बेहट सत्येंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि झूठी सूचना देने और किसान के खेत की तारबाड़ तोड़ने तथा ईंट पथराव करने के आरोप में पीड़ित 7 महिलाओं और 8 पुरुषों सहित कुल पंद्रह नामजद और 10 से 15 अज्ञात महिला पुरूषों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.

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