बूंदी. जिले के कापरेन थाना क्षेत्र में सोमवार को सुबह 9 बजे स्कूल जा रहे 7 वर्षीय बच्चे का दो नकाबपोश बाइक सवारों द्वारा अपहरण करने के प्रयास का पूरा मामला झूठा निकला है. पुलिस पड़ताल में दोनों बाइक सवार नकाबपोश युवक दिहाड़ी मजदूर निकले, जो रोजाना थाने के बाहर से मजदूरी करने जाया करते थे. वहीं, अपहरण के प्रयास की सूचना ने पुलिस की रात भर परेड करवा दी. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोनों नकाबपोश युवकों को डिटेन किया और थाने लेकर आए, जहां बच्चे से दोनों की शिनाख्त करवाई गई.
कापरेन थानाधिकारी कमल सिंह ने बताया कि सोमवार को सुबह 9 बजे थाने के सामने से एक बच्चा गलत साइड से स्कूल जा रहा था, तभी सामने से एक मोटरसाइकिल वाला आया, जिस पर दो व्यक्ति सवार थे. दोनों ने हादसे की संभालना के मद्देनजर गाड़ी रोककर बच्चे को वहां से साइड होने का इशारा किया था. इस दौरान मोटरसाइकिल चालक ने मुंह पर काला स्कॉफ बांध रखा था और पीछे वाले ने लाल टोपा लगा रखा था. साथ ही चलाक की दाढ़ी बड़ी हुई थी. इस कारण बच्चा डर कर थाने की ओर भाग कर चला गया. घटनाक्रम के बारे में हेड कांस्टेबल को बताया, जिसके बाद पुलिस ने बच्चे को घर पर छोड़ा. बाद में परिजनों ने थाने में रिपोर्ट दी कि अज्ञात मोटरसाइकिल सवार व्यक्तियों ने बच्चे के अपहरण का प्रयास किया था.
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रिपोर्ट पर थानाधिकारी कमल सिंह ने विशेष टीम का गठन कर नाबालिग बच्चे के बताए गए हुलिए व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोनों मोटरसाइल सवार व्यक्तियों को डिटेन किया. साथ ही बच्चे से दोनों की पहचान करवाई गई. इसके बाद जांच में दोनों व्यक्ति रघुवीर मेहरा और महावीर मेहरा ग्राम वलकासा थाना कापरेन निवासी निकले, जो कापरेन में ठेकेदार मजदूरी का काम करते हैं. पुलिस की ओर से बताया गया कि बच्चा मोटरसाइकिल सवार दोनों युवकों के इशारे को समझ नहीं सका. उसे लगा कि वो अपहरणकर्ता हैं, लेकिन दोनों युवक बच्चे को सही तरीके से सड़क पर चलने और हादसे को लेकर अगाह कर रहे थे. ऐसे में बच्चे के अपहरण के प्रयास का मामला गलत निकला है. पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों युवकों को छोड़ दिया.