मऊ : बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और सपा नेता वीरेंद्र बहादुर पाल पर जूनियर महिला अधिवक्ता ने बलात्कार का आरोप लगाते हुए शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है. इसमें महिला ने मारपीट करने का आरोप भी लगाया है. पुलिस मुकदमा दर्ज करने के बाद अब इस मामले में टीम बनाकर जांच कर रही है.

जानकारी के मुताबिक मऊ के बसपा से पूर्व एमएलसी दयाराम पाल के बड़े पुत्र वीरेंद्र बहादुर पाल जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं. महिला अधिवक्ता ने उन पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था. इसके बाद पिछले दिनों कोतवाली में दोनों पक्षों के बीच समझौता भी हुआ. लेकिन बताते हैं कि दो दिन पहले दीवानी कचहरी में महिला अधिवक्ता और आरोपी वीरेंद्र पाल के बीच जमकर मारपीट हुई. इसके बाद महिला अधिवक्ता ने शहर कोतवाली में मारपीट सहित रेप के आरोप में एफआईआर दर्ज करने के लिए तहरीर दी.
घटना की जानकारी देते हुए सीओ सिटी ने बताया कि थाना कोतवाली मऊ में पीड़िता द्वारा वीरेंद्र बहादुर पाल, जो चक मेंहदी सरायलखंसी के रहने वाले हैं और पेशे से अधिवक्ता हैं, के खिलाफ अवैध संबंध बनाने, मारपीट करने इत्यादि के संबंध में तहरीर दी गई है. इसके बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. महिला के प्रार्थना पत्र के अनुसार आरोपी ने 6 सितंबर को अपने चेंबर के पास मारपीट और गालीगलौज की.
बताया कि इसके संबंध में पीड़िता ने थाना कोतवाली में तहरीर दी. इसके बाद एफआईआर दर्ज करके विधिक कार्रवाई की जा रही है. पुलिस इस मामले में टीम गठित कर जांच में जुट गई है. बता दें कि वीरेंद्र पाल सपा से भी जुड़े हैं.