कानपुर: यूपी के कानपुर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां कल्याणपुर थाना प्रभारी ने जब थाने में दर्ज मुकदमों की केस डायरी को लेकर जांच कराई तो बेहद ही चौंकाने और हैरान कर देने जानकारी सामने आई. यहां थाने में दर्ज 11 मुकदमे ऐसे प्रकाश में आए, जिनकी केस डायरी विवेचकों ने गायब कर दी और अदालत में दाखिल नहीं की. इस मामले में शामिल 7 दारोगा समेत 9 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कल्याणपुर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इनमें से अधिकांश दारोगा इस समय थाने पर तैनात नहीं हैं. वहीं आरोपित पुलिसकर्मियों को जवाब के लिए तालाब भी किया गया है.
सभी पुलिसकर्मियों से मांगा गया जवाब: कल्याणपुर थाने में तैनात हेड मुंशी प्रताप भान सिंह ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक थाना प्रभारी सुधीर कुमार सिंह के आदेश पर उन्होंने अभियोगों की केस डायरी की जानकारी की तो बेहद ही हैरान कर देने वाली जानकारी सामने आई. थाने में दर्ज 11 मामलों में से 10 मामलों की केस डायरी तो मिल गई है, लेकिन अदालत में ये दाखिल ही नहीं की गई हैं. एक मामले की केस डायरी भी नहीं मिल रही है. थाने में तैनात हेड मुंशी की शिकायत के आधार पर पुलिस द्वारा इस पूरे मामले की गहनता से जांच पड़ताल के अलावा सभी आरोपित पुलिसकर्मियों से जवाब भी तलब किया गया है. वहीं अब ये पूरा मामला शहर में काफी ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है.
सबसे ज्यादा चर्चा में 16 साल पुराना मामला: खाने में दर्ज एक मामला तो ऐसा है, जिसमें अदालत से केस डायरी दोबारा मांगी गई और फिर उसे दाखिल ही नहीं किया गया. इन मामलों में से सर्वाधिक तीन मामले दारोगा नरेंद्र कुमार से संबंधित हैं. हैरान करने वाली बात यह है कि जिन दारोगाओं पर मुकदमा है, उनमें से अधिकांश इस समय थाने पर तैनात नहीं हैं. सबसे पुराना मामला 16 साल पहले का है. ऐसे में इस पूरे मामले को लेकर एसीपी कल्याणपुर अभिषेक पांडे का कहना है कि पूरे प्रकरण की गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है. उक्त दारोगा वर्तमान समय में अब कहां हैं, उनसे पूछताछ के बाद ही आगे की कानूनी कार्यवाही की जाएगी.