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स्ट्रीट वेंडर्स की पहचान से उठा विवाद, हिमाचल के मंडी शहर में सड़कों से गायब हुई रेहड़ियां - Himachal Masjid Controversy

Mandi Mosque Controversy: मंडी जिले में मस्जिद विवाद के बाद व्यापार मंडल और स्थानीय दुकानदारों ने बाहरी लोगों के पंजीकरण की मांग उठाई. जिसके बाद से मंडी शहर में कई रेहड़ियां गायब हो गई हैं. मस्जिद विवाद के बाद खाने-पीने की दुकानें, जो प्रवासियों द्वारा लगाई जाती थी, वो अब नजर नहीं आ रही हैं.

Mandi Mosque Controversy
मंडी शहर से गायब हुई रेहड़ियां (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Sep 30, 2024, 3:34 PM IST

Updated : Sep 30, 2024, 5:23 PM IST

मंडी: हिमाचल प्रदेश की शांत वादियों में इन दिनों अवैध मस्जिदों के विवाद के चलते माहौल तनावपूर्ण हो गया है. मंडी जिले में भी इसी तरह अवैध मस्जिद को लेकर विवाद जारी है. जिसे नगर निगम ने तोड़ने के भी आदेश दे दिए हैं. व्यापार मंडल द्वारा बाहरी व्यापारियों के पंजीकरण की मांग की जा रही है. वहीं, हिमाचल में उपजे इस विवाद के बीच मंडी शहर से बहुत सी रेहड़ियां अचानक गायब हो गई हैं.

इन चीजों की रेहड़ी-फड़ी हुई गायब

मंडी शहर के बहुत से प्रमुख स्थानों पर दिन भर मक्की, गोलगप्पे, चना चाट, सीडू मोमो, नारियल पानी या अन्य प्रकार की रेहड़ियां नजर आती थी, जोकि इन दिनों पूरी तरह से गायब हैं. शहर में सिर्फ वही रेहड़ी-फड़ियां दिख रही हैं, जो स्थानीय लोगों की हैं या फिर जो लोग सालों से यहां पंजीकृत तरीके से कारोबार कर रहे हैं. स्थानीय रेहड़ी-फड़ी धारक और दुकानदार इस बात पर अपनी मुहर भी लगा रहे हैं.

मंडी में स्ट्रीट वेंडर्स ने हटाई रेहड़ियां (ETV Bharat)

बाहरी लोगों के रजिस्ट्रेशन की उठाई मांग

रेहड़ी-फड़ी धारक तीर्थ राज और दुकानदार कालू राम ने बताया कि बहुत से ऐसे नए चेहरे बाजार में रेहड़ियां लगाते थे, जिन्हें पहले कभी नहीं देखा था, लेकिन मस्जिद विवाद के बाद से यह सभी अब गायब हैं. स्थानीय दुकानदार और स्थानीय निवासी देशमित्र ने जिला प्रशासन से बाहरी लोगों का पंजीकरण सख्ती से करने की मांग उठाई है. इनका कहना है कि देश के हर नागरिक को किसी भी स्थान पर रोजगार करने की आजादी ,है लेकिन यह सब नियमों और अनुशासन में होना चाहिए.

Mandi Mosque Controversy
मस्जिद विवाद के बाद हटाई गई रेहड़ियां (ETV Bharat)

'सभी प्रवासी करवाएं पंजीकरण'

नगर निगम मंडी के मेयर वीरेंद्र भट्ट ने कहा, "शहर में जो पंजीकृत रेहड़ी-फड़ी धाारक हैं, उनकी रेहड़ियां सुचारू रूप से चल रही हैं. हो सकता है कि जो लोग अवैध तरीके से रेहड़ी लगा रहे थे, वे अब न लगा रहे हों." उन्होंने सभी प्रवासियों से अनुरोध किया है कि वे रजिस्ट्रेशन करवाकर ही यहां पर अपना कारोबार शुरू करें. इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय दुकानदारों और मकान मालिकों से भी आग्रह किया है कि उनके पास रह रहे लोगों की वेरिफिकेशन हर हाल में करवाएं, ताकि सभी प्रवासियों की सही जानकारी पुलिस और प्रशासन के पास उपलब्ध हो सके.

इन स्थानों से गायब हुई रेहड़ियां

मंडी शहर में बस स्टैंड के बाहर कॉलेज गेट के आस-पास, पुलिस लाइन के गेट के सामने, आईटीआई चौक के पास और पुल के ऊपर, विश्वकर्मा मंदिर के पास, मंगवाई बाजार में, महामृत्युंज्य मंदिर वाले चौक के आस-पास, सेरी मंच, चौहाटा बाजार, विक्टोरिया पुल के साथ बने नए पुल पर, स्कूल बाजार में, सुकोड़ी चौक के आस-पास और शहर के अन्य स्थानों पर. इन सभी स्थानों पर अमूमन खान-पान से संबंधित चलती-फिरती रेहड़ियां दिखाई देती थी, जोकि मस्जिद विवाद के बाद से नजर नहीं आ रही हैं. वहीं, अवैध मस्जिद को तोड़ने के नगर निगम कोर्ट के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने हाईकोर्ट में याजिका दायर कर दी है.

ये भी पढ़ें: आखाड़ा बाजार में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, मस्जिद निर्माण के खिलाफ नाटी डाल जताया विरोध

मंडी: हिमाचल प्रदेश की शांत वादियों में इन दिनों अवैध मस्जिदों के विवाद के चलते माहौल तनावपूर्ण हो गया है. मंडी जिले में भी इसी तरह अवैध मस्जिद को लेकर विवाद जारी है. जिसे नगर निगम ने तोड़ने के भी आदेश दे दिए हैं. व्यापार मंडल द्वारा बाहरी व्यापारियों के पंजीकरण की मांग की जा रही है. वहीं, हिमाचल में उपजे इस विवाद के बीच मंडी शहर से बहुत सी रेहड़ियां अचानक गायब हो गई हैं.

इन चीजों की रेहड़ी-फड़ी हुई गायब

मंडी शहर के बहुत से प्रमुख स्थानों पर दिन भर मक्की, गोलगप्पे, चना चाट, सीडू मोमो, नारियल पानी या अन्य प्रकार की रेहड़ियां नजर आती थी, जोकि इन दिनों पूरी तरह से गायब हैं. शहर में सिर्फ वही रेहड़ी-फड़ियां दिख रही हैं, जो स्थानीय लोगों की हैं या फिर जो लोग सालों से यहां पंजीकृत तरीके से कारोबार कर रहे हैं. स्थानीय रेहड़ी-फड़ी धारक और दुकानदार इस बात पर अपनी मुहर भी लगा रहे हैं.

मंडी में स्ट्रीट वेंडर्स ने हटाई रेहड़ियां (ETV Bharat)

बाहरी लोगों के रजिस्ट्रेशन की उठाई मांग

रेहड़ी-फड़ी धारक तीर्थ राज और दुकानदार कालू राम ने बताया कि बहुत से ऐसे नए चेहरे बाजार में रेहड़ियां लगाते थे, जिन्हें पहले कभी नहीं देखा था, लेकिन मस्जिद विवाद के बाद से यह सभी अब गायब हैं. स्थानीय दुकानदार और स्थानीय निवासी देशमित्र ने जिला प्रशासन से बाहरी लोगों का पंजीकरण सख्ती से करने की मांग उठाई है. इनका कहना है कि देश के हर नागरिक को किसी भी स्थान पर रोजगार करने की आजादी ,है लेकिन यह सब नियमों और अनुशासन में होना चाहिए.

Mandi Mosque Controversy
मस्जिद विवाद के बाद हटाई गई रेहड़ियां (ETV Bharat)

'सभी प्रवासी करवाएं पंजीकरण'

नगर निगम मंडी के मेयर वीरेंद्र भट्ट ने कहा, "शहर में जो पंजीकृत रेहड़ी-फड़ी धाारक हैं, उनकी रेहड़ियां सुचारू रूप से चल रही हैं. हो सकता है कि जो लोग अवैध तरीके से रेहड़ी लगा रहे थे, वे अब न लगा रहे हों." उन्होंने सभी प्रवासियों से अनुरोध किया है कि वे रजिस्ट्रेशन करवाकर ही यहां पर अपना कारोबार शुरू करें. इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय दुकानदारों और मकान मालिकों से भी आग्रह किया है कि उनके पास रह रहे लोगों की वेरिफिकेशन हर हाल में करवाएं, ताकि सभी प्रवासियों की सही जानकारी पुलिस और प्रशासन के पास उपलब्ध हो सके.

इन स्थानों से गायब हुई रेहड़ियां

मंडी शहर में बस स्टैंड के बाहर कॉलेज गेट के आस-पास, पुलिस लाइन के गेट के सामने, आईटीआई चौक के पास और पुल के ऊपर, विश्वकर्मा मंदिर के पास, मंगवाई बाजार में, महामृत्युंज्य मंदिर वाले चौक के आस-पास, सेरी मंच, चौहाटा बाजार, विक्टोरिया पुल के साथ बने नए पुल पर, स्कूल बाजार में, सुकोड़ी चौक के आस-पास और शहर के अन्य स्थानों पर. इन सभी स्थानों पर अमूमन खान-पान से संबंधित चलती-फिरती रेहड़ियां दिखाई देती थी, जोकि मस्जिद विवाद के बाद से नजर नहीं आ रही हैं. वहीं, अवैध मस्जिद को तोड़ने के नगर निगम कोर्ट के फैसले के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने हाईकोर्ट में याजिका दायर कर दी है.

ये भी पढ़ें: आखाड़ा बाजार में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन, मस्जिद निर्माण के खिलाफ नाटी डाल जताया विरोध
Last Updated : Sep 30, 2024, 5:23 PM IST
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