रायपुर: कोलकाता में डॉक्टर बिटिया से दरिंदगी पर पूरे देश में उबाल है. छत्तीसगढ़ की राजधानी में डॉक्टर बेटी को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला गया. शुक्रवार की शाम को रायपुर की सड़कों पर डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मी कैंडल मार्च में शामिल हुए. इसमें छत्तीसगढ़ स्त्री रोग विशेषज्ञों का संगठन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, जूनियर डॉक्टर सहित अन्य स्वास्थ्य संगठनों ने हिस्सा लिया.
कोलकाता की बेटी को इंसाफ देने की मांग: रायपुर की सड़कों पर सभी डॉक्टरों ने कैंडल मार्च निकालकर डॉक्टर बिटिया को न्याय देने की मांग की है. डॉक्टरों ने कोलकाता रेप के आरोपी को मौत की सजा देने की मांग की है. पूरे देश में कोलकाता की निर्भया के लिए लोग सड़कों पर उतर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के तमाम जिलों में भी लोगों और डॉक्टरों के अंदर इस घटना को लेकर भारी नाराजगी है.
"पूरे देश में चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के संगठनों ने इस केस में जल्द से जल्द इंसाफ की मांग की है. डॉक्टरों ने कोलकाता हत्याकांड के दोषियों को तुरंत दंड दिलाने एवं केंद्रीय सुरक्षा कानून की मांग को लेकर आंदोलन की राह अपना ली है. शनिवार सुबह 6 बजे से रविवार सुबह 6:00 बजे तक पूरे देश में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर ओपीडी सेवाएं विरोध स्वरूप बंद रखी जाएंगी. इमरजेंसी सेवाओं के अलावा सभी चिकित्सकीय सेवाओं को बंद रखने का निर्णय लिया गया है.": डॉक्टर राकेश गुप्ता, अध्यक्ष, आईएमए, रायपुर
डॉक्टरों ने की सुरक्षा की मांग: कोलकाता की घटना के बाद से लगातार देश में डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग तेज हो गई है. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी कोलकाता की डॉक्टर बेटी को लेकर इंसाफ की मांग की गई. यहां कैंडल मार्च निकालने के दौरान मेडिकल से जुड़े संगठनों ने राज्यपाल के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से डॉक्टरों की सुरक्षा की मांग की है.
छत्तीसगढ़ में आज अस्पताल रहेंगे बंद: इस कैंडल मार्च के दौरान डॉक्टरों ने छत्तीसगढ़ में अस्पताल परिसर में हिंसा विरोधी अधिनियम को प्रभावी बनाने की मांग की है. शनिवार सुबह से ओपीडी एवं सामान्य चिकित्सा सेवाओं को बंद रखने का फैसला किया गया है. इसे सफल बनाने की अपील आईएए छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने की है. ओपीडी बंद हड़ताल के दौरान आपात चिकित्सा सेवाएं शुरू रहेंगी. आईएमए रायपुर ने मरीजों से इस दौरान होने वाली असुविधा के लिए भारी दुख जताया है.