जयपुर: जयपुर के सवाईमानसिंह अस्पताल में सफल कैडेबर ट्रांसप्लांट किया गया. इस दुनिया को अलविदा कहने के बाद 15 साल का आदित्य तीन लोगों को नई ज़िंदगी दे गया है. सवाईमानसिंह अस्पताल के प्रवक्ता डॉक्टर मनीष अग्रवाल ने बताया कि सीकर के दांतारामगढ़ निवासी आदित्य को 15 अगस्त को एसएमएस अस्पताल में भर्ती किया गया था और इलाज के बाद चिकित्सकों ने उसे ब्रेनडेड घोषित कर दिया. ब्रेनडेड घोषित करने के बाद अस्पताल के चिकित्सकों ने परिजनों की काउंसलिंग की और अंगदान के लिए कहा. इसके बाद चिकित्सकों ने 15 वर्षीय आदित्य के अंगदान करने की सहमति प्रदान कर दी.
3 लोगों को नई जिंदगी: अंगदान के बाद आदित्य की दोनों किडनी SMS अस्पताल में प्रत्यारोपित की गई, जबकि आदित्य का लीवर एम्स जोधपुर भेजा गया. हालांकि हार्ट का रिसीवर नहीं मिलने के कारण हार्ट प्रत्यारोपित नहीं हो सका. अंगदान के बाद SMS अस्पताल में आदित्य के पार्थिव देह को सम्मानजनक रूप से विदा किया गया.
13 अगस्त को भी हुआ था कैडेबर ट्रांसप्लांट: 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस के दिन भी झुंझुनू की 46 वर्षीय संतोष इस दुनिया से जाने के बाद भी तीन जरूरतमंद मरीजों को नया जीवन दे गई थी. दरअसल, झुंझुनू निवासी 46 वर्षीय संतोष का पिछले दिनों एक्सीडेंट हुआ था. इसके बाद इलाज के लिए परिजन संतोष को SMS हॉस्पिटल लेकर पहुंचे थे. यहां उनका इलाज ट्रोमा सेंटर में किया जा रहा था, लेकिन इलाज के दौरान चिकित्सकों ने संतोष को ब्रेनडेड घोषित कर दिया गया था. संतोष का लीवर जयपुर के महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भेजा गया. यहां चिकित्सकों ने लीवर ट्रांसप्लांट किया था. इसके अलावा संतोष की दोनों किडनियों को SMS अस्पताल में प्रत्यारोपण किया गया था.